लखनऊ । राजधानी के मड़ियांव थाना क्षेत्र के घैला इलाके में पॉलिटेक्निक छात्रा संस्कृति राय की हत्या में अभी भी पुलिस के हाथ कातिलों से दूर हैं । जबकि मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने जांच का जिम्मा यूपी एसटीएफ को सौंप है । आज पुलिस और एफएसएल की टीम ने मौका-ए-वारदात पर पूरे क्राइम सीन का रीक्रिएशन किया है । डेमो के जरिए यह जानने की कोशिश की गई है की आखिर संस्कृति राय की हत्या कैसे की गई और वह हाईवे से नीचे खेत में कैसे पहुंच गई।
संस्कृति राय की हत्या के बाद से
संस्कृति राय की हत्या के बाद से तमाम पॉलिटेक्निक छात्र-छात्राएं और समाज सेवी कातिल की गिरफ्तारी को लेकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं । बीते शनिवार को भी पॉलिटेक्निक छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए थे ।
जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हत्याकांड की जांच यूपी एसटीएफ को सौंप दी है । मुख्यमंत्री के इस रुख से लखनऊ पुलिस के अधिकारी सकते में है और रविवार की सुबह पुलिस की टीम ने एफएसएल की टीम के साथ घटनास्थल पर पूरे क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया है ।इस दौरान टीम ने एक डेमो के जरिए यह जानने की कोशिश की है कि आखिर संस्कृति राय हाईवे से नीचे खेत में कैसे पहुंच गई और उसकी हत्या कैसे अंजाम दी गई है ।
एक्सीडेंट नहीं है हत्या है
इस रिक्रिएशन के बाद एफएसएल के जॉइंट डायरेक्टर जी खान का मानना है की ये एक्सीडेंट नहीं है हत्या है और संस्कृति राय के सिर पर पीछे से वार किया गया है । कातिल से बचने के लिए संस्कृति राय हाईवे से नीचे गिर गई और अधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई । इसके साथ ही टीम ने पीएम रिपोर्ट और तमाम साथियों का भी अवलोकन किया है । एफएसएल की टीम अब पूरी जांच रिपोर्ट फाइनल करने के बाद पुलिस को सौपेगी । वही एसपी ट्रांसगोमती का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद पुलिस इस जांच को और आगे बढ़ाएगी ।