मुंबई (अनिल बेदाग)। सान्या मल्होत्रा (Sanya Malhotra) ने हाल ही में आयोजित दादा साहेब फाल्के अवार्ड्स में बड़ी जीत के साथ एक बार फिर खुद को एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया है। अभिनेत्री को ‘कटहल’ में उनके प्रदर्शन के लिए ‘कॉमिक रोल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री’ का पुरस्कार (Award for ‘Best Actress in a Comic Role’) मिला। यह पुरस्कार इस बात को रेखांकित करता है कि कैसे सान्या इंडस्ट्री में सबसे अधिक मांग वाले कलाकारों में से एक बनने की सीढ़ियां चढ़ रही है।
सान्या ने “कटहल” में एक सम्मोहक प्रतिनिधित्व दिया, जिसमें निचली जाति के एक किरदार इंस्पेक्टर महिमा बसोड़ को अपने सूक्ष्म प्रदर्शन और शानदार कॉमिक टाइमिंग के साथ जीवंत किया गया। यह फिल्म काल्पनिक शहर मोबा पर आधारित है और यह विशेषाधिकार और सत्ता शोषण के मुद्दों पर प्रकाश डालती है।
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महिमा के रूप में, सान्या ने पारंपरिक रूप से पुरुष-प्रधान पेशे में रहने वाली एक शक्तिशाली महिला किरदार की भूमिका निभाई। अपने चित्रण से उन्होंने प्रतिरोध और सामाजिक क्रांति का प्रतिनिधित्व किया। हास्य और भावनाओं के उनके उत्तम मिश्रण ने समीक्षकों और प्रशंसकों को समान रूप से मंत्रमुग्ध कर दिया, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा और सम्मान मिला।
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दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्राप्त करना भारतीय सिनेमा में उनके उल्लेखनीय योगदान और प्रभावशाली प्रदर्शन देने के प्रति उनके समर्पण को स्वीकार करता है। सान्या की जीत न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है बल्कि कहानी कहने की शक्ति पर भी प्रकाश डालती है।
‘कटहल’ के अलावा, ‘जवान’ और ‘सैम बहादुर’ में सान्या का प्रशंसित प्रदर्शन उनकी बहुमुखी प्रतिभा को उजागर करता है। सान्या फिलहाल ‘मिसेज’ की रिलीज की तैयारी कर रही हैं। जो प्रशंसित मलयालम फिल्म “द ग्रेट इंडियन किचन” की रीमेक है और आरती कदव द्वारा निर्देशित है। वह वरुण धवन के साथ “बेबी जॉन” में नजर आएंगी।
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