लखनऊ। कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश, सूर्य प्रताप शाही तथा अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ देवेश चतुर्वेदी ने आत्मनिर्भर किसान अभियान का शुभारंभ किया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय तथा उसकी सहयोगी संस्था राज योगा एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के कृषि एवं ग्रामीण विकास प्रभाग द्वारा #आत्मनिर्भर किसान अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत संस्था द्वारा 4 दिव्य किसान सेवारथ गांव की सेवा के लिए रवाना किए गए हैं। ये किसान सेवारथ 15 दिन अनेक गांव का भ्रमण करेंगे, जहां रथ के साथ उपलब्ध संस्था के अनुभवी भाई बहन किसानों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्राकृतिक योगिक खेती के तरीके सिखाएंगे। किसानों को आर्थिक सामाजिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाने के लिए यह अभियान निकाला गया है।
अभियान का उद्देश्य बताते हुए संस्था के वरिष्ठ भ्राता बद्री विशाल तिवारी ने अवगत कराया कि भारत किसानों के कारण ही सोने की चिड़िया कहलाता था। किसान जब मानसिक रूप से सशक्त होता है तो वह विष मुक्त, स्वास्थ्य वर्धक अनाज पैदा करता है, जिससे वह स्वयं खुशहाल होता है और शुद्ध अन्न के कारण लोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों से मुक्त खुशहाल जीवन व्यतीत करते हैं। इस अभियान द्वारा अन्न और मन दोनों को शुद्ध करने का प्रयास किया जाएगा। प्राकृतिक योगिक #खेती के द्वारा अन्न तथा राजयोग के द्वारा मन को शुद्ध करने का प्रयास होगा।अन्न और मन दोनों का गहरा संबंध बताते हुए जानकारी दी गई की यदि अन्न और मन शुद्ध हो जाए तो भारत में फिर से रामराज्य की स्थापना हो सकती है।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करते हुए प्रदेश के #कृषि_मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा किया गया तथा अभियान रथों को हरी झंडी दिखाकर डॉ देवेश चतुर्वेदी अपर मुख्य सचिव कृषि के द्वारा रवाना किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रबंध निदेशक बीज विकास निगम एसपी सिंह, निदेशक कृषि विवेक कुमार सिंह, निदेशक राज्य कृषि प्रबंध संस्थान उत्तर प्रदेश डॉक्टर पंकज त्रिपाठी तथा त्रिपाठी नगर सेवा केंद्र की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका इंदिरा दीदी ने भी अपनी शुभकामनाएं दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ क्षेत्र की प्रबंधिका ब्रम्हाकुमारी राधा दीदी ने किया तथा कार्यक्रम का संचालन स्वर्ण लता बहन के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में कृषि विभाग के अनेक अधिकारी, किसान तथा ब्रम्हाकुमारी परिवार के सैकड़ों भाई बहन उपस्थित रहे।