नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में समाजवादी पार्टी के विधायक और विधानपरिषद सदस्यों ने आज साइकिल मार्च निकाला। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मार्च को हरी झंडी दिखाई। साइकिल मार्च से सपा नेता विधान भवन पहुंचे। मंगलवार को योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक दिन का विधानसभा सत्र बुलाया है। इस दौरान सपा विधायक विरोध-प्रदर्शन कर सकते हैं।बता दें कि संसद से पारित 126वें संविधान संशोधन के संकल्प पर विचार के लिए मंगलवार को विधानमंडल का एक दिवसीय सत्र बुलाया गया है। जिसमें सपा के विधायक शामिल हुए। विधानसभा सत्र में शमिल होने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला।
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी अपने बहुमत की ताकत से लोकतंत्र को कुचल रही है। आप नागरिकता धर्म के आधार पर देना चाहते हैं। सरकार नाकामी छिपाने के लिए नए नए शिगूफे लाती है। जब आधार में सारी जानकारी है तब NPR की ज़रूरत क्या है? ये नाश करने वाली सरकार है।अखिलेश यादव ने कहा ‘आप नागरिकता धर्म के आधार पर देना चाहते हैं, आप चाहते हैं कि मुसलमानों का नागरिकता न मिले। बीजेपी तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। क्या असम और पूर्वोत्तर के लोग इस कानून से खुश हैं? आधार में सब मौजूद है। समाजवादी पार्टी सीएए, और एनआरसी और एनपीआर का विरोध करती है। भारत की अर्थव्यवस्था का नाश हो गया है। बैंकिग सिस्टम डूबा दिया। अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए आप ऐसा कर रहे हैं।’