अंतर्विभागीय बैठक में अभियान को लेकर बनी रणनीति
कानपुर नगर। अक्टूबर में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान व दस्तक अभियान (तृतीय चरण) चलाया जायेगा। इस क्रम में गुरुवार को विकास भवन सभागार में अभियान के सफल संचालन हेतु प्रथम जनपद स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय बैठक मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई । मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार ने दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को माइक्रोप्लान बनाकर टीमभाव से काम करने का निर्देश दिया। यह भी कहा गया कि शासन के तय समय सारणी के अनुसार सभी विभाग अपनी गतिविधियों को प्रमुखता से संचालित करायें।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि अभियान शुरू होने के बाद इस बात का ध्यान रखा जाये कि माइक्रोप्लान फार्मेट में तिथिवार एवं क्षेत्रवार गतिविधियां दर्ज की जायें। इसके साथ ही उसकी मॉनिटरिंग भी सुचारू ढ़ंग से की जाये। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इस अभियान का नोडल अधिकारी होगा। ऐसे में दिमागी बुखार के मरीजों की निगरानी, फ्रंट लाइन वर्कर की ओर से दी गई लक्षणयुक्त व्यक्तियों की सूची में दर्ज रोगियों का इलाज होना है। नगर निकाय, नागरपालिका, पंचायती राज विभाग तथा ग्राम विकास विभाग अपने कार्य क्षेत्रों में साफ-सफाई, शुद्धपेयजल की उपलब्धता, फागिंग का काम करायेंगे।
उन्होंने निर्धारित टाइम लाइन के अनुसार समस्त बैठकें एवं माइक्रोप्लान पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही साथ जिला पंचायतराज विभाग एवं नगर विकास विभाग को फोगिंग एवं सफाई रोस्टर बनाकर समस्त वार्डो एवं ग्रामो में कराने हेतु निर्देशित किया गया। शिक्षा विभाग के नोडल को स्कूलो में प्रतियोगिता तथा बच्चों एवं प्रधान के साथ जागरूकता रैली आयोजित कराने हेतु निर्देशित किया गया। आईसीडीएस विभाग को आंगनबाड़ी कार्यकत्री को आशा के साथ कार्ययोजना बनाकर संयुक्त रूप से भ्रमण करने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण दस्तक अभियान एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलेगा। अभियान की शुरूआत पहली अक्टूबर को जागरूकता रैली और शपथ ग्रहण के साथ होगी। 7 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलेगा। इसमें आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में बुखार रोगी, इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) के रोगियों, टीबी रोगियों, कुपोषित बच्चों की सूची तैयार करेंगी।
इसके साथ ही ऐसे स्थानों को चिह्नित कर सूची बनाएंगी, जहां मच्छरों के प्रजनन की संभावनाएं हैं। यही नहीं आशा अपने क्षेत्र में हर बीसवें घर में जागरूकता संबंधी स्टीकर चिपकाएंगी। जिन घरों में संभावित रोगी है, उनके घरों के बाहर भी स्टीकर चिपकाने का काम होगा। बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी वीबीडी, जिला मलेरिया अधिकारी ,अन्य सहयोगी विभागों के नोडल अधिकारी , प्रभारी चिकित्साधिकारी एवं सहयोगी संस्था यूनिसेफ, डब्लयूएचओ, पाथ के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर