लखनऊ। संत ही समाज के आधार हैं संत के सन्मार्ग से ही समाज का दिशा और विकास निर्धारित होता है। अखिल भारतीय संत समिति उत्तर प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लखनऊ के वेदान्त सत्संग आश्रम, अनौरकला में संपन्न हुई। अखिल भारतीय संत समिति, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अभयानंद सरस्वती जी महाराज ने जिला अध्यक्ष की घोषणा की जिसमें सीतापुर राम अटल दास, हरदोई हरिहर दास, रायबरेली स्वामी दिव्य चेतन्य, मेरठ स्वामी अनन्तानन्द सरस्वती महाराज, मथुरा स्वामी दिव्य चेतन जी महाराज के नाम घोषित किए।
आज की बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी का भी गठन हुआ, उपस्थित संतजनो ने प्रदेश की कार्यकारिणी गठित की। आज की इस महत्वपूर्ण बैठक में विचारणीय बिंदु प्रदेश जिला संगठन को तैयार करने के साथ ही आने वाले समय में प्रदेश के सभी 75 जिलों में संगठन के साथ प्रदेश के सभी संतों को एकत्रित कर उनको एक मंच पर लाने पर जोर दिया गया। हिंदू समाज का कैसे कल्याण हो, कैसे विखंडित होते समाज व परिवारो को वैदिक परंपराओं में पिरोया जाए, यह संतो का दायित्व है, इन विषयों को लेकर अखिल भारतीय संत समिति, उत्तर प्रदेश निर्वाहन के लिए हर समय तत्पर है और हर संभव मदद करने में भी सहयोगी रहेगी।
हिंदू समाज में जो भी बिखराव हो रहा है, उसको कैसे दूर किया जाए। आज की बैठक में भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को कैसे वैदिक परंपराओं से जोड़ा जाए, इस विषय पर भी विचार किया गया। बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री, दंडी स्वामी जितेन्द्रानंदजी ने कहां की साधु किसी जाति, विशेष वर्ग के लिए काम नहीं करता, वह हिंदू समाज के लिए काम आता है। दंडी स्वामी ने कहा कि साधु किसी भी परंपरा का क्यों ना हो, पर वो हर समय सनातन की रक्षा और अपने समाज की सुरक्षा की बात सर्वोपरि समझता है।
वहीं अखिल भारतीय संत समिति के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी अभयानंद सरस्वती ने कहा की हिंदू समाज केवल वाणी तक सीमित रहने की बात ना करें, वह अपने को वैदिक परंपरा से जोड़े और अपनी आने वाली पीढ़ी को भी जोड़ें। जो मनुष्य जैसा सोचता है, उसकी ग्रंथियां उसी तरह काम करती हैं। उसी तरह उसके शरीर का विकास, शरीर के सोचने की शक्ति काम करने लगती है। तो आप जब वैदिक परंपराओं के बारे में सोचते हैं उसके अनुरूप रहते हैं, जिससे आपका मन मस्तिक, आपका समाज सशक्त और समृद्ध होता है।
आज की बैठक में विशेष रूप से राष्ट्रीय महामंत्री, दंण्डी स्वाम जितेन्द्रानंद सरस्वती जी महाराज काशी, संयुक्त महामंत्री महामंडलेश्वर स्वामी हंस आनंद तीर्थजी महाराज बाराबंकी, प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अभयानंद सरस्वती जी महाराज लखनऊ, प्रदेश महामंत्री स्वामी रामानंद जी महाराज बाराबंकी, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमहंत रामेश्वर दास जी महाराज वाराणसी, विश्व हिंदू परिषद के अशोक तिवारी केंद्रीय मंत्री हरिद्वार एवं अन्य गणमान्य संतगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट: विजय पांडेय