फफूंद/औरैया। बीते दिनों प्रेस क्लब ऑफ इंडिया जैसे मंच से नरसिंघा नंद सरस्वती ने इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हज़रत मुहम्मद साहब की शान में अभद्र टिप्पणी करते हुए उनकी शान में बेहूदा गुस्ताख़ी की है। जिससे भारत देश के अलावा पूरी दुनिया के मुसलमानों के दिलों और उनकी आस्था को गहरी ठेस पहुंची है। इससे मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गहरा आक्रोश है।
शुक्रवार को ख़ानक़ाह आस्ताना आलिया समदिया के सज्जादा नशीन सैय्यद अख़्तर मियां चिश्ती ने जुमा की नमाज़ से पहले अपने सम्बोधन में कहा कि दो अप्रैल को नई देहली में स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के मंच से नरसिंघा नंद सरस्वती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस्लाम धर्म के प्रवर्तक मुहम्मद साहब के बारे में जिस तरह की बेहूदा गंदी और अभद्र भाषा का प्रयोग किया है।
जिसको सुनने के बाद एक मुसलमान तो क्या दुनिया का कोई भी समझदार व्यक्ति अपने या किसी भी धर्म के प्रवर्तक के बारे में ऐसे शब्दों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने नरसिंघा नंद सरस्वती की इस बेहूदा हरकत के खिलाफ सख़्त विरोध जताकर उसके विरुद्ध सरकार से कड़ी से कड़ी क़ानूनी कार्यवाही की मांग की है।
उन्होंने कहा कि भारतीय कानून तो क्या किसी भी देश का कानून अपने देश के नागरिक को किसी भी धर्म के प्रवर्तक या उसकी किताब के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने की आज़ादी नहीं देता। ऐसे हर व्यक्ति को जो किसी धर्म के प्रवर्तक पर अभद्र टिप्पणी करे उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानून कार्यवाही की जाए ताकि कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म या उसके प्रवर्तक के ख़िलाफ़ अभद्र टिप्पणी करने की व सोच भी न रखे।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर