बिधूना। श्री गजेन्द्र सिंह विधि महाविद्यालय बिधूना में लॉ के छात्र ऋषि वाजपेई को इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ लॉ दिल्ली में पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया केजी बालकृष्णन एवं बांग्लादेश के पूर्व चीफ जस्टिस एच हलीम ने सम्मानित किया। ऋषि ने डिजिटल फोरेंसिक एविडेंस और क्रिमिनल जस्टिस पर प्रेजेंटेशन दिया था। जिसे महत्वपूर्ण मानकर सराहा गया।
तहसील क्षेत्र के कस्बा सहार के रहने वाले ऋषि वाजपेई बिधूना नगर स्थित गजेंद्र सिंह विधि महाविद्यालय के छात्र है। डिजिटल फोरेंसिक एविडेंस और क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम पर मांगे गए सुझाव में ऋषि ने अपना प्रेजेंटेशन रखा।
जिसमें उन्होंने प्रमुख रूप से इस तथ्य को रखा की हर जिले में साइबर थानों के निर्माण हो और साइवर की फोरेंसिक लैब की संख्या बढ़ाई जाए। हैदराबाद और चंडीगढ़ में ही लैब होने से रिपोर्ट आने में काफी समय लग जाता है और साइबर फ्रॉड कइयो को शिकार बना चुका होता है। इसके साथ ही ऋषि ने साइबर लॉ के तहत डाटा हैकिंग व बैक फ्रॉड रोकने को महत्वपूर्ण सुझाव रखें।
जिसमे प्रमुख यह था बैंक सम्बंधित फ्रॉड रोकने को बैंक को अपना सिस्टम मजबूत रखना होगा और ऐसे हालात में बैंक भी जिम्मेदार बने तब फ्रॉड हद तक रोका जा सकता है। प्रेजेंटेशन के बाद इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ लॉ नई दिल्ली में पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया केजी बालकृष्णन एवं बांग्लादेश के पूर्व चीफ जस्टिस एच हलीम ने सम्मानित किया। इसमें पूरे भारत से 80 विधि छात्र और अधिवक्ता क्वालीफाई किये थे जिसमें आठ लोगों से सम्मानित किया गया।
रिपोर्ट – राहुल तिवारी