रायबरेली। फाइलेरिया को खत्म करने के लिये आज से फाइलेरिया की दवा घर घर जाकर खिलाई जायेगी। जिले में करीब 25 लाख 44 हजार लोगों की निःशुल्क दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया हैं। यह जानकारी सुपर मार्केट स्थित एक होटल में आयोजित कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 डी0के0 सिंह ने दी। सीएमओ ने बताया कि 14 नवम्बर से शुरू हुए अभियान को जिला अस्पताल तथा पीएचसी सीएचसी पर फाइलेरिया की दवा डीईसी व एल्बेन्डाजाल की दवा मुफ्त खिलाकर अभियान का शुभारम्भ किया गया।
14 से 18 नवंबर तक खिलाई जायेगी दवा
इस वर्ष एम0डी0ए0 का आयोजन 14 नवम्बर से 16 नवम्बर तक किया जाना है एवं 17 एवं 18 नवम्बर को मापअप राउण्ड कराया जाना है। जिसमें जनपद में 2 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों को आयुवर्गानुसार डी0ई0सी0 व एल्बेन्डाजाल की खुराक खिलायी जायेगी। फाइलेरिया रोग से बचाव हेतु उक्त दवा का सेवन अतिआवश्यक है। स्वस्थ्य दिखते हुए व्यक्तियों के शरीर में फाईलेरिया के परजीवी हो सकते है। उन्होंने ने बताया कि 02 वर्ष से 14 आयु के वर्ग व्यक्तियों को एल्बेन्डाजाल की गोली बड़ी होती है जिसे पीस कर खिलाये।डीईसी व एल्बेन्डाजाल की खुराक मुफ्त में खाकर फाईलेरिया को बाय-बाय करे।
खाली पेट,बीमार और गर्भवती महिलाएं..
उन्होनें बताया कि खाली पेट, गम्भीर रूप से बीमार व गर्भवती महिलाओं को दवा का सेवन नहीं करायेगें इसके निर्देश सभी सीएचसी,पीएचसी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता व स्वय सेवक को दे दिये गये है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डी0के0 सिंह ने लोगों से अपील की गई है कि उपरोक्त दिनांक को घर-घर भ्रमण कर रही टीमों के माध्यम से दवा की एक खुराक का सेवन कर फाइलेरिया रोग उन्मूलन में अपना योगदान देते हुए कार्यक्रम को सफल बनाए।
उन्होंने ने कहा कि माइक्रों प्लान के अनुरूप कार्य करे। एसीएमओ डा0 कृष्णा सोनकर ने कहा कि फाइलेरिया रोग में हाथ में सूजन, पाव में सूजन, अण्डकोष व स्तनों का असामान्य बड़ा होना आदि इसके लक्षण है।
मादा मच्छर क्यूलैस फैटीगन्स के काटने पर होता है। यह रोग गंदे पानी में पैदा होने वाले मादा मच्छर क्यूलैस फैटीगन्स से होता है। दवा की खुराक वर्ष में 1 बार लगातार 5-6 वर्षो तक आयु वर्ग के अनुसार अवश्य खायें।
इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी नोडल अधिकारी डॉ0 रितू श्रीवास्तव, एडी सूचना प्रमोद कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा0 नागेन्द्र प्रसाद, डीएचईआईओ डा0 एस अस्थाना, डा0 अंजली, डा0 रिश्री श्रीवास्तव, डा0 चक, डा0 कृष्णा सोनकर, ज्योति मिश्रा, लोकेश त्रिपाठी, राजू तिवारी सहित पीसीआई व सी-फॉर संस्था के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
-रत्नेश मिश्रा