टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह 41 साल के हो चुके हैं। उन्होंने साल 1998 में अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद से वो 2011 तक लगातार भारतीय टीम का हिस्सा रहे।
1- भज्जी भारत की ओर से सबसे कम उम्र में 400 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। ओवरऑल बात करें तो उनसे ऊपर सिर्फ एक नाम है और वो हैं श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन। मुथैया मुरलीधरन ने 29 वर्ष 273 दिन की उम्र में 400 विकेट पूरे किए थे और भज्जी ने 31 वर्ष 4 दिन की उम्र में।
2- टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले भज्जी पहले भारतीय गेंदबाज हैं। मार्च 2001 में भज्जी ने ईडन गार्डन्स मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक ली थी, जो भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में पहली हैट्रिक थी। भज्जी के बाद 2006 में इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में हैट्रिक ली थी।
3- तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड भी भज्जी के नाम ही है। उन्होंने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 32 विकेट झटके थे। ये रिकॉर्ड आजतक कोई नहीं तोड़ पाया है।
भारत को दो बार विश्व विजेता बनाने वाले हरभजन ने अनिल कुंबले के साथ बेहतरीन जोड़ी बनाई थी। उन्होंने टेस्ट और वनडे में अनिल कुंबले के साथ मिलकर कमाल की गेंदबाजी की। वनडे में उन्हें कई बार अनिल कुंबले पर भी तरजीह दी गई।
उन्होंने 4 ओवरों में 12 रन देकर 4 विकेट निकाले थे। इस मैच में भारत ने इंग्लैंड को 80 रनों पर रोक दिया था। 4 साल बाद भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह ने भी एक ही मैच में 2 मेडन ओवर फेंककर हरभजन की बराबरी की थी।