महाराष्ट्र में BJP और शिवसेना के गठबंधन को बहुमत तो मिल गया, लेकिन अभी तक राज्य में सरकार नहीं बन पाई है। दोनों पार्टियों के बीच मुख्यमंत्री पद और कैबिनेट में हिस्सेदारी को लेकर खींचतान चल रही है। इस सबके बीच गुरुवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के शरद पवार से मुलाकात की, जिसने सियासी गर्मी को बढ़ा दिया।
गुरुवार को शिवसेना के विधायक दल की बैठक भी हुई, जिसके बाद से ही राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलता जा रहा है और सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या शिवसेना भाजपा का साथ छोड़ किसी अन्य विकल्प पर विचार कर सकती है।
गुरुवार को जब शिवसेना विधायक की बैठक हुई तो उम्मीद थी कि राज्य में गतिरोध खत्म होगा, लेकिन बैठक के बाद संजय राउत जब शरद पवार से मिलने पहुंचे तो हलचल मच गई। हालांकि, संजय राउत ने कहा कि ये सिर्फ दिवाली की बधाई वाली मुलाकात थी, हालांकि इसमें महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर भी चर्चा हुई।
शिवसेना की बैठक से पहले सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई थी कि BJP शिवसेना को कैबिनेट में कुल 13 मंत्रालय देने पर विचार कर सकती है। हालांकि, भाजपा शिवसेना को वित्त मंत्रालय नहीं देना चाहती है लेकिन पीडब्लूडी मंत्रालय देने पर सहमति हो सकती है।