दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) के इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (England & Welsh Cricket Board) के टूर्नामेंट ‘द हंड्रेड’ (The Hundred) के ड्राफ्ट में शामिल होने की समाचार सामने आने के बाद भारतीय क्रिकेट जगत में हैरत है। भज्जी ने अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया है। साथ ही वे आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) के लिए खेलते हैं। लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के पूछे जाने पर भज्जी ने ‘द हंड्रेड’ में खेलने से मना कर दिया। इससे पहले खबरें आई थी कि भज्जी का नाम इंग्लैंड के टूर्नामेंट की ड्राफ्ट लिस्ट में है। ड्राफ्ट के तहत खिलाड़ियों का चयन 20 अक्टूबर को होना है। इस लीग के लिए हरभजन का बेस प्राइस एक लाख पाउंड (करीब 88 लाख रुपये) रखा गया।
दूसरी लीग में खेलना बीसीसीआई की नीति के खिलाफ
बीसीसीआई (BCCI) की ओर से इस बारे में पूछे जाने पर भज्जी ने ड्राफ्ट में नाम न भेजे जाने की बात कही। रिपोर्ट में बीसीसीआई के आला ऑफिसर के हवाले से बोला गया है कि हरभजन ने बीसीसीआई से एनओसी नहीं मांगी। वह किसी दूसरे बोर्ड की लीग में शामिल नहीं हो सकते। यह बीसीसीआई की नीति के विरूद्ध है। हरभजन के ड्राफ्ट में शामिल होने की समाचार सामने आने के बाद बीसीसीआई ने इस विषय में उनसे बात की व इसमें उन्होंने साफ मना कर दिया।
अधिकारी ने आगे बोला कि हरभजन बिना बोर्ड से सलाह लिए इस तरह का कदम नहीं उठाएंगे। अगर वे किसी दूसरी लीग में खेलना चाहेंगे तो उन्हें बोर्ड को पहले बताना होगा।
संन्यास लेने के बाद ही दूसरी लीग में मौका
बता दें कि बीसीसीआई के नियम के तहत कोई भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर किसी दूसरे देश की लीग में नहीं खेल सकता। अगर कोई क्रिकेटर ऐसा करता है तो उसे पहले संन्यास का ऐलान करना होगा। पिछले दिनों युवराज सिंह ने भी संन्यास लेने के बाद कनाडा में हुई ग्लोबल टी20 लीग में हिस्सा लिया था। इरफान पठान के भी कैरेबियन प्रीमियर लीग में खेलने की समाचार सामने आई थी लेकिन बाद में बीसीसीआई के कहने पर उन्होंने नाम वापस ले लिया था।