लखनऊ। लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. सुनील सिंह ने सभी राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और सभी मान्यता प्राप्त एवं गैर मान्यता प्राप्त दलों सहित देश में कार्यरत राष्ट्रीय और प्रांतीय संगठनो को आमंत्रण पत्र भेज कर लोकतंत्र बचाओ मोर्चा में अपनी सहभागिता प्रदान करने और अपने सुझाव प्रस्तुत करने के लिये अगस्त क्रांति दिवस (9 अगस्त) के दिन 8 माल एवेन्यू लखनऊ आने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि आज़ादी के 70 दशक बीतने के बाद अब आम नागरिको को ऐसा लगने लगा है कि लोकतंत्र बचेगा या नहीं? देश और प्रदेशों में जो माहौल बनाया जा रहा है उससे आम नागरिको की उम्मीदें ध्वस्त होती जा रही हैं।
देश और प्रदेशों के सत्ताधारी राजनीतिक दलों की कार्य प्रणाली से अब ऐसा लगने लगा है कि हमारे स्वच्छ, स्वस्थ, लोकतंत्र की आत्मा को ख़त्म किया जा रहा है। हम क्रोध और बदले वाली क्षुद्र मानसिकता के तौर पर निर्मित होते जा रहे हैं। उन्होने कहा कि लोकतंत्र आजादी के उत्सव का नाम है। लेकिन लोकतंत्र में हम क्या खोते जा रहे हैं। वर्तमान मे राष्ट्रीयता का इस्तेमाल लोगों को बांटने में किया जा रहा है। सरकारे अपने हिसाब से स्वार्थ के लिये सत्य के साथ छेड़छाड़ करती है। हर सरकार अपने हिसाब से माहौल बनाना चाहती है जो लोक तंत्र के लिये शुभ नही है। नागरिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर मौजूदा सरकार विपक्षी पार्टियों को भी साथ लेकर चलना नहीं चाहती।
सुनील सिंह ने कहा, आज लोकतंत्र में बोलना अब ख़तरनाक तथा देश द्रोह बन गया है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में देश की आम जनता की आवाज बन कर गाव से शहर तक विभिन्न मुद्दो पर लड़ने वाला प्रेस गुलामी की जंजीरो से जकड़ा हुआ दिख रहा है। आधुनिक भारत में धर्म, जाति की आड़ में भारतीयता की आत्मा को छलनी किया जा रहा है। अगर यही संस्कृति जारी रही तो आप अपनी आज़ादी, सच्चाई, अपने धर्म, संस्कृति और यहां तक अपने देश को वापस नहीं लौटा पाएंगे, यही 2022 के चुनाव की सबसे बड़ी चुनौती होगी।