केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ऐलान किया है कि, देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू हो जाए तो उसके बाद वो राजनीति से संन्यास लेंगे। ये उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने का नया ऐलान किया है, इससे पहले उन्होंने ऐलान किया था कि, अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो जाए तो फिर वो राजनीति को अलविदा कह सकते हैं।
बता दें कि इससे पहले गिरिराज सिंह ने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि उनका राजनीतिक जीवन अब ढलान की ओर है और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद उनका आधा राजनीतिक मकसद पूरा हो गया है। अब बस अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण उनके जीवन का एक सपना है।इस सपने के पूरा हो जाने के बाद वह राजनीति को प्रणाम कह देंगे।
गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की ये दूसरी पारी उनके राजनीतिक जीवन की आखिरी पारी होगी। अब अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया है तो अब गिरिराज सिंह ने नया ऐलान किया है। मुजफ्फरपुर में सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान गिरिराज सिंह ने पहली बार राजनीति छोड़ने का चौंकाने वाला बयान दिया था और कहा था कि कश्मीर के भारत का अभिन्न अंग बनने के साथ ही उनका आधा राजनीतिक मकसद पूरा हो गया है।
हालांकि गिरिराज सिंह ने तब कहा था कि अब वो जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने के लिए कोशिश करेंगे।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने लालकिले के प्राचीर से जनसंख्या नियंत्रण पर बात की है ये उनकी बड़ी उपलब्धि है। गिरिराज सिंह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण उनके जीवन का एक सपना है। इस सपना के पूरा हो जाने के बाद वे राजनीति को प्रणाम कर लेंगे। प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों ने जब उनसे 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा बनने पर सवाल किया तो वे भावुक हो गए।
गिरिराज सिंह ने कहा कि राजनीति में आने का उनका मकसद विधायक या मंत्री बनने का नही था, बल्कि वे राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए राजनीति में आए हैं।