मरुधरा में मचे सियासी घमासान में एक बार फिर राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलता जा रहा है. सियासी संकट के बीच सचिन पायलट को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में ये निर्णय लिया गया है. सचिन पायलट के साथ ही विश्वेंद्र सिंह रमेश मीणा भी बर्खास्त कर दिए गए हैं.
कांग्रेस विधायक दल की लगातार दूसरे दिन हुई बैठक और सचिन पायलट की ओर से अपनी मांगों पर अड़े रहने के बाद अब बीजेपी (BJP) पूरी तरह से सक्रिय हो गई है. प्रदेश के सियासी घटनाक्रम को लेकर प्रदेश बीजेपी ने आगामी रणनीति बनाने के लिए बैठक कर शुरू कर दी है. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर दिल्ली से जयपुर के लिए रवाना हो गये हैं.
इस बैठक में बीजेपी आगामी रणनीति तय की जायेगी. बीजेपी प्रदेश कार्यालय पर आयोजित हो रही इस बैठक में प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री वी.सतीश, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र और प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मौजूद हैं. बैठक में पार्टी फ्लोर टेस्ट जैसी मांग पर भी विचार करेगी. वहीं दिल्ली में बैठकर लगातार सियासी घटनाक्रम पर नजर रख रहे पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर दिल्ली से रवाना जयपुर के लिए रवाना हो गए.
दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद पीपी चौधरी ने कहा है कि राजस्थान में कांग्रेस की आपसी लड़ाई में अशोक गहलोत की सरकार अल्पमत में है. फ्लोर टेस्ट की मांग का फैसला पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व लेगी. सचिन पायलट का खेमा भी फ्लोर टेस्ट की मांग कर चुका है. सचिन पायलट के बीजेपी में आने के सवाल पर कहा कि बीजेपी का दरबार सभी के लिए खुला है. सचिन पायलट अगर पर्याप्त विधायकों के साथ सरकार बनाने की कोशिश करते हैं तो बीजेपी नेतृत्व समर्थन देने पर विचार कर सकती है.