आज से देश में कोने-कोने तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने की तैयारियां शुरू हो जाएंगी. पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात में कोरोना वैक्सीन से पहले तैयारियों का जायजा लेने के लिए दो दिवसीय ड्राई रन आज से किया जाएगा. इन चारों राज्यों के दो जिलों में पांच जगहों पर यह ड्राई रन किया जाएगा.
इस ड्राई रन का मकसद वैक्सिनेशन से पहले सारी तैयारियों का जायजा लेने और कोई कमी हो तो उसमे सुधार करना है. साथ ही प्लैनिंग, इंप्लीमेंटेशन या रिपोर्टिंग मैकेनिज्म को देखना और उसमें सुधार करना भी है. ड्राइ रन में कोरोना वैक्सीन के लिए कोल्ड स्टोरेज और परिवहन व्यवस्था, परीक्षण सत्र स्थलों पर भीड़ का प्रबंधन, सोशल डिस्टेंस जैसे अहम मुद्दे शामिल होंगे.
इस दौरान वैक्सीन देने के लिए खास तौर पर बनी को-विन एप की ऑपरेशनल फीसिबिल्टी, फील्ड प्लानिंग और इंप्लीमेंटेशन चेक किया जाएगा. ये तरह की मॉक ड्रिल होगी. इस दौरान सब कुछ वैसे ही किया जाएगा जैसे वैक्सिनेशन के दौरान होगा, लेकिन वैक्सीन नहीं दी जाएगी.
पांच सेशन वाली जगहों में से प्रत्येक ड्राई रन के लिए 25 परीक्षण हेल्थ केयर वर्कर्स की पहचान की गई है. ड्राई रन सेशन साइट पर परीक्षण लाभार्थियों की डिटेल्स साइट पर मौजूद होंगी. वहीं इस दौरान को-विन एप के जरिए एसएमएस का भी टेस्ट होगा, जिसमें अगले वैक्सिनेशन की जानकारी होगी. डमी हैल्थ केयर वर्कर के साथ सेशन फ्लो का आंकलन होगा. इस दौरान कोई टीका नहीं दिया जाएगा, लेकिन जैसा वैक्सिनेशन के दौरान होगा वो पूरी प्रक्रिया की जाएगी.
सबसे पहले 25 डमी हैल्थ केयर वकज़्र दो घंटे में इस साइट पर आएंगे. इसके बाद पहला वैक्सिनेशन ऑफिसर लाभाथिज़्यों का नाम लिस्ट से मिलान करेगा. दूसरा वैक्सीनेशन अधिकारी इसको को-विन एप के जरिए वेरीफाई करेगा. इसके बाद वैक्सीनेशन अधिकारी डमी का टीकाकरण करेगा. फिर वैक्सीनेशन अधिकारी को-विन एप पर टीकाकरण को रिपोटज़् करेगा.
तीसरा और चौथा वैक्सीनेशन अधिकारी भीड़ का प्रबंधन का काम करेंगे, इंटर प्रोसेस कम्युनिकेशन मैसेजिंग, वैक्सीनेटर का समर्थन करेंगे. लाभार्थी टीकाकरण के बाद 30 मिनट प्रतीक्षा करेंगे. इस दौरान दो तीन डमी वैक्सीन लगने के बाद अगर कोई दुष्प्रभाव की घटना होती है तो वह सेशन साइट से को-विन एप पर रिपोर्ट की जाएंगी.