लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा एवं मुख्य यात्री परिवहन प्रबन्धक आलोक कुमार सिंह मुख्य संचार इंजीनियर पीके राय, मुख्य रोलिंग स्टाक इंजीनियर (फ्रेट) कृष्ण कुमार, मुख्य इंजीनियर (टीपी) बीएस राजकुमार, मुख्य विद्युत इंजीनियर (सा) डीके यादव की उपस्थिति में आज अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (परिचालन) शिशिर सोमवंशी एवं मण्डल के शाखा अधिकारियों के साथ गोण्डा-बाराबंकी रेलखण्ड का संरक्षा आडिट निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के आरम्भ में प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा ने संरक्षा आडिट टीम के साथ करनैलगंज-सरयू के मध्य नान इंटरलाक गेट सं- 283, 284 एवं गेट सं- 288 पर सरंक्षा उपकरणों के रख रखाव व गेटमैनों की तत्परता की संरक्षा सम्बन्धी विस्तृत जांच की।
रेल संरक्षा आयुक्त ने रेलपथ के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण कार्य का किया निरीक्षण
इसके पश्चात प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी ने घाघराघाट-चौकाघाट के मध्य घाघरा नदी पर स्थित ब्रिज सं- 391 पर ब्रिज स्पैन, पाथवे, चैनल स्लीपर, आयल एवं ग्रीसिंग, नट-बोल्ट व पेंटिंग इत्यादि का संरक्षा निरीक्षण किया।
तदुपंरात प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी ने बुढ़वल जं एवं बिन्दौरा स्टेशनों की परिचालनिक कार्यप्रणाली के साथ-साथ पैनल रूम, रिले रूम, स्टेशन वर्किंग रूल, पैदल उपरिगामी पुल, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई, पैनल इन्टरलॉकिंग आदि की संरक्षा परखी तथा विद्युतीकृत क्षेत्र के मानकों के अनुरूप परिचालनिक प्रबंधन, संरक्षा के दृष्टिगत स्टेशनों पर एसडब्लूआर के तहत संरक्षा उपकरणों की जॉच करते हुए उपस्थित अधिकारियों को अपने सुझाव एवं निर्देश दिये।
निरीक्षण के अन्त में प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री मेहरोत्रा ने बिन्दौरा-जहॉगीराबाद के मध्य पॉइंट क्रासिंग सं- 201 तथा कर्व सं- 06 का संरक्षा निरीक्षण किया। इस अवसर पर वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मण्डल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर (तृतीय), वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर टीआरडी, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर (सा), वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक (सा) एवं अन्य अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी