लखनऊ। अर्जुन नगर आलमबाग लखनऊ से लापता हरप्रीत सिंह पुत्र सरदार जसविंदर सिंह को आज (3 अक्टूबर) नाका गुरुद्वारा साहब के प्रबंधकों द्वारा सही सलामत उसके घर पहुँचा दिया गया है।
उक्त बालक 2 अक्टूबर को गुरुद्वारा साहब में प्रातः काल 4:15 बजे पहुंचा था। जहां सेवादारों द्वारा पहचानने पर उसे गुरुद्वारा में ही रोक लिया गया था। गुरुद्वारा के प्रबंधकों द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार हरप्रीत सिंह के पिताजी को फोन द्वारा सूचना देकर बुलाया गया एवं लगभग सुबह 5:30 बजे उनके परिजनों को सौंप दिया गया। गुरुद्वारा के सेवादार सरदार रनजीत सिंह एवं सरदार मनरीत सिंह (लवली) की सूझबूझ और अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए जो कार्य किया गया है।
वह सराहनीय है जिससे प्रबंधक कमेटी एवं बच्चे के परिजन बहुत प्रसन्न हुए, इस सेवा भाव को देखते हुए ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु नानक देव जी के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा महासचिव हरविंदर सिंह टीटू एवं सतपाल सिंह मीत प्रवक्ता लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवम सरदार कृपाल सिंह ऐवट, सरदार हरमिंदर सिंह मिंदी, ने सरदार रनजीत सिंह सरदार मनरीत सिंह जी को गुरु महाराज की हाजरी में सिरोपा साहब भेंट कर सम्मानित किया। सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा ने कहां की इस प्रकार के कार्य से लोगों की आस्था तो गुरु घर में बढ़ती और मजबूत होती है।
सरदार सतपाल सिंह मीत ने बताया कि आजकल सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत कुछ गलत अफवाह फैली हुई हैं। जिनसे बच्चे के परिवार वाले किस स्थिति मैं होंगे जिसकी कल्पना करना भी बहुत कठिन है। लगभग 20 वर्षों से गुरुद्वारा साहब में सेवा कर सरदार रनजीत सिंह एवं उनके द्वारा किए जा रहे और भी बहुत से सराहनीय कार्य हैं जिनके लिए वह धन्यवाद के पात्र हैं। भविष्य में आगे भी आप अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए गुरु घर की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहोगे। उन्होंने कहा कि इस बच्चे के लिए बहुत से लोगों ने अरदास एवं प्रार्थना की थी यह सब उन प्रार्थना एवं अरदास का असर है। जो बच्चा अपने आप गुरुद्वारा साहब पहुंच गया इसके लिए जितना भी शुक्रराना श्री गुरु नानक देव जी का किया जाए वह कम होगा।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी