पर्यटन अध्ययन संस्थान एवं महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ तथा अटल इनक्यूबेशन सेंटर काशी हिंदू विश्वविद्यालय एवं उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Tuesday, April 12, 2022
वाराणसी। सात दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम कम वर्कशॉप के तहत, ‘विमेन एंड लैंग्वेज पॉलिटिक्स’ विषय का 6ठा दिन संपन्न हुआ। पर्यटन अध्ययन संस्थान एवं महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ तथा अटल इनक्यूबेशन सेंटर काशी हिंदू विश्वविद्यालय एवं उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।
मंगलवार को, रिसोर्स पर्सन के रुप में बोलते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दर्शन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नंदिनी सिंह ने अपने वक्तव्य में बताया की पाश्चात्य दर्शन में महिलाओं को पुरुषों से कमतर मानते हुए लैंगिक भिन्नता को महिलाओं के प्रति विभेद पूर्ण व्यवहार का आधार बनाया गया।
अपने उद्बोधन में उन्होंने पाश्चात्य एवं भारतीय जगत में नारीवाद की उत्पत्ति एवं उसके विभिन्न आयामों के अंतर्गत महिलाओं के प्रति होने वाले विभेद पूर्ण व्यवहार, उनके शोषण तथा उनके अधिकारों के लिए उठाए जाने वाले विभिन्न मुद्दों की भी चर्चा की।
कार्यक्रम का संचालन संस्थान की शिक्षिका डॉ ज्योतिमा, अतिथियों का स्वागत निदेशक डॉक्टर निशा सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन सह निदेशक डॉक्टर नीरज धनकड़ ने किया |कार्यक्रम में संस्थान के शिक्षकों व प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता रही|
रिपोर्ट – जमील अख्तर