लखनउ। समाजवादी पार्टी 01 अक्टूबर 2019 को तहसील स्तर पर जौहर विश्वविद्यालय और पूर्व मंत्री/सांसद मोहम्मद आजम खां के खिलाफ बदले की कार्यवाही, बढ़ती मंहगाई, भ्रष्टाचार, किसानों की बदहाली, ध्वस्त कानून व्यवस्था, बेरोजगारी आदि 11-सूत्री मांगो को लेकर विशाल धरना देगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी द्वारा गत 09 अगस्त 2019 को प्रदेश की जनसमस्याओं को लेकर जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण धरना दिया गया था परन्तु सरकार के कान पर जूं नहीं रेंगी। समस्याओं के समाधान के बजाय 01 सितम्बर 2019 से बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी कर दी गई, ट्रैफिक सुधार के नाम पर भारी जुर्माना लगा दिया गया।
भाजपा सरकार बदले की भावना से सांसद मोहम्मद आजम खां के खिलाफ कार्यवाही कर रही है। जौहर अली विश्वविद्यालय को नेस्तनाबूद करने की साजिशें हो रही है। ऐसी स्थिति में 11 सूत्री मांगो को लेकर धरना के माध्यम से गूंगी-बहरी भाजपा सरकार को जगाने का काम किया जायेगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा किसानों, नौजवानों, गरीबों से जो-जो वायदे करके आई थी उसने एक भी वादा पूरा नहीं किया, बल्कि जनता को गुमराह ही किया है। भाजपा राज में किसान बदहाल है, कर्जदार आत्महत्या कर रहा है। नौजवान बेरोजगारी का शिकार है। उद्योग धंधे बंद होने से कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। फर्जी एनकाउण्टर हो रहे हैं। निर्दोष लोागों का उत्पीड़न हो रहा है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमें लगाए जा रहे हैं।
भाजपा राज में मंहगाई चरम पर है। डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस सभी के दाम बढ़ते जा रहे हैं। ग्रामीण कृषि श्रेणी के उपभोक्ताओं को अब पहले से 15 फीसद अधिक बिजली बिल का भुगतान करना पड़ेगा। यातायात को नियमित-नियंत्रित करने के नाम पर वाहन की कीमत से ज्यादा जुर्माना वसूला जाने लगा है। अवस्थापना सुविधाओं का अभाव है। विकास कार्य ठप्प हैं। समाजवादी सरकार के कार्यों पर ही भाजपा सरकार अपने नाम के ठप्पे लगा रही है।
भाजपा के दावों के विपरीत भ्रष्टाचार पर कोई रोक नहीं है। बिना रिश्वत काम नहीं हो रहे हैं। महिलाओं, बच्चियों के साथ छेड़खानी, अपहरण, हत्या और दुष्कर्म की घटनाएं अब आए दिन की बातें हो गई हैं। अल्पसंख्यकों की स्थिति दयनीय है। समाजवादी पार्टी जनता के हितों के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं करने वाली है। 01 अक्टूबर 2019 को राज्य के प्रत्येक तहसील पर शांतिपूर्ण ढंग से भारी तादाद में जनभागीदारी के साथ धरना देकर भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का भी पर्दाफाश किया जाएगा।