भले ही चेन्नई में भारत और वेस्टइंडीज की टीम के बीच तीन मैचों की सीरीज का पहला वनडे खेला गया, जिसे मेहमान टीम वेस्टइंडीज ने जीता. वहीं इसी मुकाबले में वेस्टइंडीज की पूरी टीम से एक ऐसी गलती हो गई, जिसके कारण टीम को भारी हानि उठाना पड़ा है. जंहा पहले वनडे मैच में वेस्टइंडीज को स्लो ओवर रेट की वजह से आइसीसी ने बड़ी सजा दी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुतबिक इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी ने वेस्टइंडीज टीम के कप्तान समेत खिलाड़ियों पर मैच फीस का 80 फीसदी जुर्माना लगाया है. इस मुकाबले में मेहमान टीम वेस्टइंडीज ने ICC Code of Conduct के Article 2.22 को तोड़ा है, जो कम से कम ओवर रेट के जुर्माने को तय करता है. इसी के तहत आइसीसी ने वेस्टइंडीज टीम को स्लो ओवर रेट का दोषी पाया गया है और सजा सुनाई है.
जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि आइसीसी के नियमों के मुताबिक, अगर कोई टीम वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में एक ओवर देरी से करती है तो सभी खिलाड़ियों पर मैच फीस का 20-20 फीसदी हिस्सा काट दिया जाता है. इस मुकाबले में वेस्टइंडीज की टीम ने 4 ओवर देरी से किए, जिसका खामियाजा टीम के खिलाड़ियों को 80-80 फीसदी मैच फीस गंवाकर भुगतना पड़ा है. टीम के कप्तान किरोन पोलार्ड ने इस गलती को स्वीकार कर लिया है.
वहीं यह भी कहा जा रहा है की चेन्नई वनडे में फील्ड अंपायर नितिन मेनन और शॉन जॉर्ज, थर्ड अंपायर रॉड टकर और फॉर्थ अंपायर अनिल चौधरी ने टीम के ऊपर ये इलज़ाम लगाया गया. लेकिन इस इलज़ाम को किरोन पोलार्ड ने स्वीकार करते हुए खुद को दोषी पाया और आइसीसी की सजा भी स्वीकार की है. ऐसे में अब इस केस में आइसीसी की ओर से कोई सुनवाई नहीं होगी. बता दें कि वेस्टइंडीज ने 50 ओवर करने के लिए 4 घंटे से ज्यादा का समय लिया गया था.