पाकिस्तान का खजाना तेजी से खाली हो रहा है और उस पर कर्ज का बोझ बढ़ता ही जा रहा है.सऊदी अरब जल्द ही पाकिस्तान को एक बहुत ही बड़ी आर्थिक मदद देने वाला है।
दावोस में सऊदी वित्त मंत्री मोहम्मद अल-जादान ने रायटर को दी है। इस पर बोलते हुए उन्होंने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में कहा है कि “हम वर्तमान में पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर की जमा राशि देने को अंतिम रूप दे रहे हैं।”
पाकिस्तानी मीडिया की खबरों की मानें तो बीते दो हफ्तों में पाकिस्तान के दिवालिया होने का खतरा बढ़ गया है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने बताया है कि पाकिस्तान पर 4.88 अरब डॉलर का बकाया है.सऊदी वित्त मंत्री मोहम्मद अल-जादान ने पाकिस्तान को एक महत्वपूर्ण सहयोगी बताया है।
सऊदी अरब ने अपने विदेशी भंडार का समर्थन करने में मदद के लिए पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक में 3 अरब डॉलर जमा किए थे. दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि वे अवधि का विस्तार करके “या अन्य विकल्पों के माध्यम से” जमा का समर्थन करने की संभावना पर चर्चा करेंगे.
पाकिस्तान अभी मुद्रास्फीति की ऊंची दर, घटते विदेशी मुद्रा भंडार, गहराता चालू खाते का घाटा और मुद्रा के कमजोरी के कारण भारी आर्थिक संकट से जूझरहा है।पाकिस्तान का बजट घाटा 5 खरब रुपए के करीब हो गया है जबकि चालू खाता घाटा 20 अरब डॉलर है. ऐसे में पाकिस्तान को अगर मदद नहीं मिली तो उसे दिवालिया होने से कोई बचा नहीं पाएगा. पाकिस्तान में बेरोजगारी और अधिक बढ़ सकती है.