इस बार के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दुनिया तिरंगे का जलवा देखेगी। इसकी वजह तिरंगे की रोशनी में जगमगाती विश्व के अनेक देशों की प्रतिष्ठित इमारतें एवं पर्यटन स्थल बनेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी कर लीं हैं।
आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक हिस्से के तौर पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर मंत्रालय ने विश्व के कई देशों में प्रतिष्ठित इमारतों और पर्यटन स्थल का चयन करने के साथ ही सभी औपचारिकताओं को भी पूरा कर लिया है।
तिरंगे की रोशनी में रौशन होगा यूएन का मुख्यालय
मंत्रालय के निर्देश पर इस बार के आजादी के पर्व को लेकर दुनिया भर में स्थित भारतीय दूतावासों ने सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, दुबई समेत कई बड़े देशों की 75 प्रतिष्ठित इमारतें और पर्यटन स्थल 15 अगस्त की शाम से 16 अगस्त की सुबह तक भारतीय तिरंगा की रोशनी में जगमगाते हुए दिखेंगे।
इतना ही नहीं कनाडा स्थित विश्वप्रसिद्ध नियाग्रा जलप्रपात की लहरें भी तिरंगे में नहाई हुई दिखेंगी। जिन मुख्य इमारतों को तिरंगे की रौशनी वाली लाइटों से सजाया जाएगा उसमें जेनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय, अमेरिका की एम्पायर स्टेट बिल्डिंग, दुबई का बुर्ज खलीफा, रूस का इवोल्यूशन टावर, सऊदी अरब के अबू धाबी शहर का मशहूर एडीएनओसी ग्रुप टॉवर और यूनाइटेड किंगडम का बर्मिंघम पुस्तकाल भवन शामिल है।
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत तिरंगे की रोशनी में जमगाएंगी कई देशों की प्रतिष्ठित इमारतें
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि ”आजादी की अमृत महोत्सव जनभागीदारी का अभियान है। इसका उद्देश्य गर्व के उन पलों को याद करना है, जिनसे भारत की आजादी का इतिहास जुड़ा है। इसकी शुरुआत के साथ ही बड़ी संख्या में विदेशों में रह रहे भारतीय पूरे उत्साह के साथ इससे जुड़ रहे हैं।”
कनाडा के नियाग्रा जलप्रपात की लहरें भी तिरंगे में नहाई हुई दिखेंगी
बता दें कि अबकी 15 अगस्त को पूरा देश आजादी का 75वां पर्व मनाएगा। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मार्च 2021 को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अभियान शुरू किया था। यह वही तारीख है, जिस दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 1930 में दांडी यात्रा शुरू की थी। 12 मार्च 2021 से प्रारम्भ हुआ यह अभियान 15 अगस्त 2023 तक चलेगा।