औरैया। जिले में कोरोना वायरस के पहले स्ट्रेन की अपेक्षा दूसरा स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक होने के वावजूद इस बार जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, बुद्धजीवियों, शिक्षकों, व्यापारीयों, समाजसेवी संस्थाओं यहां तक कि गेल व एनटीपीसी तक के अधिकारियों द्वारा संक्रमण से लड़ने के लिए गरीबों की मदद करने को हांथ आगे नहीं बढ़ा रहे हैं।
जिले में पिछली बार कोरोना का पहला स्ट्रेन मार्च में आया था और जिले में 02 अप्रैल 2020 को 13 तब्दीली जमातियों में 04 लोगों के कोरोना संक्रमित निकले के बाद पूरे जिले में संक्रमण के प्रति भय एवं दहशत का माहौल बन गया था, लोग घरों में दुबक कर बैठ गये थे, लॉकडाउन लगने के बाद अप्रवासियों ने घरों की वापसी शुरू कर दी थी जिसके बाद जो माहौल बना था उससे निपटने के लिए जिला प्रशासन की अपील पर तमाम जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, बुद्धजीवी, शिक्षक, व्यापारी, समाजसेवी संस्थाएं व गेल व एनटीपीसी जैसी कम्पनियां मदद को आगे आयीं, जिनके द्वारा जिला प्रशासन को न केवल आर्थिक मदद दी गयी बल्कि मास्क, सेनेटाइजर, लंच पैकेट आदि का बड़ी मात्रा में महीनों वितरण किया गया था। यही नहीं बच्चों तक ने बचत कर अपनी गुल्लक में जमा की धनराशि को जिला प्रशासन को सौंप दी थी ताकि इस महामारी की चेन को तोड़ा जा सके।
मदद को नहीं बढ़ रहे हांथ
इस बार 22 मार्च के बाद आया कोरोना का दूसरे स्ट्रेन पहले से ज्यादा खतरनाक है। जिससे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में न केवल अचानक से वृद्धि हुई है बल्कि इसके प्रभाव में आकर मरने वाले मरीजों की संख्या पहले की तुलना में काफी ज्यादा है। जिले में इस वर्ष 23 मार्च से संक्रमित मरीजों का इकाई में मिलना शुरू हुआ, जो तीन अप्रैल से दहाई में और 13 अप्रैल से सैंकड़ा में पहुंच गया। जिससे आज एक्टिव केसों की संख्या 1616 है, जबकि 322 मरीज ठीक भी हो चुके हैं, वहीं इस दौरान 14 लोगों की दु:खद मृत्यु हो गई।
इसके बावजूद अभी तक गरीबों की मदद के लिए समाज का कोई सा भी वर्ग, न तो आर्थिक मदद के लिए और न ही मास्क व सेनेटाइजर बांटने के लिए खुलकर सामने आ रहा है। यही नहीं पिछली बार की तुलना में प्रशासनिक स्तर से भी मास्क व सेनेटाइजर का वितरण कहीं भी नहीं दिखाई दे रहा है। ये भी है कि जिले में तीसरे चरण यानि 26 अप्रैल को होने वाले पंचायत चुनाव में भी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी व्यस्त है।
कोरोना के पहले स्ट्रेन की स्थिति
जिले में 02 अप्रैल 2020 को तब्लीगी के 4 व्यक्तियों से संक्रमित मरीजों का मिलना शुरू हुआ था जो 22 मार्च 2021 तक चला इस दौरान 3567 संक्रमित व्यक्ति मिले, जिनमें से 3516 ठीक हो गये। जबकि 46 की दु:खद मृत्यु हो गई। वहीं 05 मरीज एक्टिव थे। इस बीच 129793 लोगों के सैम्पल लिए गए जिनमें 126791 की रिपोर्ट निगेटिव आयी जबकि 642 सैम्पल प्रतीक्षारत थे। इस दौरान 01 व 02 एवं 17 व 18 फरवरी को जिले में एक भी एक्टिव मरीज नहीं रहा। वहीं 04, 06 से 18, 21, 22, 24 से 26 व 28 फरवरी, 01 से 11, 13, 15 से 18, 20 से 22 मार्च के बीच जिले में एक भी मरीज कोरोना पॉजिटिव नहीं निकाला।
कोरोना के दूसरे स्ट्रेन की स्थिति
23 मार्च से पुनः संक्रमित मरीजों का निकलना शुरू हुआ और मंगलवार तक कुल 1942 संक्रमित मिले जिनमें 322 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि इस बीच 14 मरीजों की दु:खद मृत्यु हो गई है जबकि 1616 मरीज एक्टिव हैं। इस बीच 13 अप्रैल को 97, 14 अप्रैल को 164, 15 अप्रैल को 128, 16 अप्रैल को 275, 17 अप्रैल को 254, 18 अप्रैल को 243, 19 अप्रैल को 103 व 20 अप्रैल को 320 नये कोरोना पॉजिटिव पाये गये।