विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, जो 18-19 जनवरी से मालदीव की दो दिवसीय यात्रा पर हैं, उन्होंने बुधवार को तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए। विदेश मंत्री जयशंकर ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से मुलाकात की और दोनों नेता हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा परियोजना के शिलान्यास समारोह में संयुक्त रूप से शामिल हुए। जयशंकर मालदीव और श्रीलंका की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। जयशंकर ने समारोह में कहा कि हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा विकास परियोजना की शुरुआत मजबूत भारत_मालदीव विकास साझेदारी में एक ‘ऐतिहासिक मील का पत्थर’ है।
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उन्होंने ट्वीट किया ‘मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह से मुलाकात कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उन्हें व्यक्तिगत बधाई दी। हमारे द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति का आकलन किया गया, जिससे परिवर्तनकारी परियोजनाएं सामने आईं।’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा विकास परियोजना के शिलान्यास समारोह में राष्ट्रपति सोलिह, उनके मंत्रियों और स्थानीय नेताओं के साथ शामिल हुए। जयशंकर ने कहा कि मालदीव के साथ भारत की साझेदारी एक दूसरे के कल्याण और हितों के लिए मिलकर काम करने के उद्देश्य पर आधारित है।
मालदीव को दीं दो समुद्री एंबुलेंस: भारत और मालदीव के बीच रिश्तों की मजबूती के क्रम में भारतीय रक्षा मंत्रालय ने एक और बड़ा कदम उठाया है। रक्षा मंत्रालय ने दोनों देशों के सहयोग के समझौतों के तहत मालदीव को दो समुद्री एंबुलेंस दी हैं। मालदीव को ये समुद्री एंबुलेंस भारतीय विदेश मंत्री डॉo एसo जयशंकर की मालदीव यात्रा के दौरान दिए गए हैं। यह हैंडओवर भारतीय अनुदान सहायता योजना के अंतर्गत किया गया है। मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि समुद्री एंबुलेंस की खरीद के लिए कुल 6.2 मिलियन रूफिया आवंटित किए गए थे।
इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य मालदीव में हेल्थ केयर डिलीवरी सिस्टम को मजबूत करना है। इमरजेंसी की स्थिति में मरीजों को इंटर आईलैंड यात्राको पूरा करना है। मालदीव और श्रीलंका की तीन दिवसीय यात्रा के पहले पड़ाव में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत और मालदीव अच्छे पड़ोसी व मजबूत साझेदार हैं और दोनों देशों पर क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा की साझा जिम्मेदारी है।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी