भारत में कोरोना वायरस कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। और इस बीच देश में अब नीट और जेईई की परीक्षा सितंबर में होने वाली है। हालांकि कोरोना महामारी के बीच इन परीक्षाओं को करवाए जाने का विरोध भी देखने को मिल रहा है। इसको लेकर अब कांग्रेस कांग्रेस पार्टी जेईई-मेन्स और नीट की एग्जाम के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने जा रही है। इसके लिए 28 अगस्त का दिन तय किया गया है। बता दें कि इससे पहले सोनिया गांधी के साथ बैठक में सात राज्यों ने जेईई और नीट एग्जाम का विरोध किया था।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीट और जेईई परीक्षा को लेकर सात गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई। इस बैठक में जेईई-नीट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात पर भी राज्यों ने अपनी सहमति दी। वहीं बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी ने ऐलान किया है कि जेईई मेन्स और नीट एग्जाम के खिलाफ देशव्यापी प्रोटेस्ट चलाया जाएगा। कोरोना संकट के बीच इस विरोध के लिए 28 अगस्त का दिन तय किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक पंजाब की अमरिंदर सरकार ने बताया कि पंजाब में 28 अगस्त से विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है। उससे पहले पंजाब के 23 विधायक कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना से विधायक और मंत्री ही सुरक्षित नहीं हैं तो छात्र कैसे सुरक्षित रह सकते हैं। इसी दौरान उन्होंने ये कहा कि कोरोना काल में ऐसे परीक्षा का आयोजन करके सरकार छात्रों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है।
वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि जेईई और नीट की आगामी परीक्षाओं में 25 लाख छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को खतरे में डाला जा रहा है। देश भर में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिद्दी मोदी सरकार उनकी शिकायतों को सुनने, उन पर विचार करने और सभी के लिए स्वीकार्य समाधान खोजने से इनकार क्यों कर रही है?