शिमला। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय लाहौल स्पीति जिला के लाहुल घाटी में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में कम से कम बीस लोगों के मरने की आशंका है ।
अब तक सात लोग लापता हैं तथा दो लोग घायल हुए हैं जिन्हें स्थानीय अस्पताल में उपचार के लिए भेज दिया है। भारी बारिश के दौरान चंबा जिले में दो लोगों की मौत हो गयी। लाहौल स्पीति में सात लोगों के शव बरामद कर लिए है। कुल्लू के मनीकरण में एक पर्यटक सहित चार लोगों के बह जाने की खबर है। चार लोग अभी लापता है। आपदा प्रबंधन शिमला के निदेशक सुदेश मोख्टा ने इसकी पुष्टि की है।
चम्बा-पठानकोट एनएच पर चनेड़ में नाले का जलस्तर बढ़ने एक व्यक्ति पानी के तेज बहाव में बह गया। व्यक्ति की पहचान सुनील कुमार सिढ़कुंड चम्बा के रूप में हुई है। सुनील जेसीबी हेल्पर के रूप में कार्य करता था। इसके साथ ही सलुणी में एक नाले में निकू के बहने की खबर है। कुल्लू जिले के मणिकरण के निकट ब्रह्मगंगा नदी में आई भयंकर बाढ़ में आज सुबह दिल्ली से आई एक पर्यटक दिनिता, महिला पुनम, मास्टर निकुज और हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट में कार्यरत विजेद्र की मौत हो गई। अभी चार लोग और लापता बताए गए है। इधर, लाहौल स्पीति में तांदी उदयपुर मार्ग पर तोजिंन नाले में देर रात को भारी बारिश के कारण दो गाड़ियां जिनमें से एक पांगी की तरफ से और दूसरी जालमा की तरफ जा रही थी ये गाडियां नाले में भारी पानी का बहाव होने के कारण बह गई। जिसमें सात लोगों के शवों को निकाल लिया गया है जबकि तीन अभी भी लापता बताए गए है। इसकी पुष्टि उपायुक्त लाहौल-स्पीति नीरज कुमार ने की है। उन्होंने कहा कि मरने वालों में मोहम्मद सलीम जम्मू कश्मीर का रहने वाला है। सभी जिला मंडी के रहने वाले बताए गए है। इसके अलावा दो अन्य शव बरामद किए है जिनकी पहचान नहीं हो पाई है।
उपायुक्त ने कहा कि बीआरओ की जेसीबी इन्हें निकालने की कोशिश कर रही थी। लेकिन केवल एक व्यक्ति को मलबे से निकाला गया जिसे कुल्लू अस्पताल रैफर कर दिया गया। फिलहाल शव को कब्जे में ले लिया गया है और आगामी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि बीआओ 94 आरसीसी के चार लोग, एयरटेल वीटीएन के दो मजदूर, गांडी में पांगी किलाड़ की ओर जा रहे सात लोग, जिनमें तीन को बचा लिया है और एक को कुल्लू रेफर कर दिया गया है। मोहन सिंह 38 वर्षीय ग्राम छटिंग, उपमंडल उदयपुर गंभीर रूप से घायल हो गया है। जिसका केलांग में उपचार चल रहा है। मोहन के परिवार के सदस्यों को बचा लिया गया है और जाहलमा भेज दिया गया है।
आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश मोख्टा ने बताया कि मजदूरों के दो टेंट और एक जेसीबी मशीन व एक गाडी भी बाढ़ में बह गई है। इसके अलावा एक 19 वर्षीय युवक घायल हुआ हैं। जिस प्रशासन ने अस्पताल पहुंचा दिया है। 19 वर्षीय मोहम्द अलताफ जम्मू कश्मीर का रहने वाला है। जिला मुख्यालय केलांग से 10 किलोमीटर दूर ठोलंग गांव के समीप तोजिंग नाले में आई बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। बीआओ 94 आरसीसी के चार लोग, एयरटेल वीटीएन के दो मजदूर, गांडी में पांगी किलाड़ की ओर जा रहे सात लोग, जिनमें तीन को बचा लिया है और एक को कुल्लू रेफर कर दिया गया है। मोहन सिंह 38 वर्षीय ग्राम छटिंग, उपमंडल उदयपुर गंभीर रूप से घायल हो गया है।
जिसका केलांग में उपचार चल रहा है। मोहन के परिवार के सदस्यों को बचा लिया गया है और जाहलमा भेज दिया गया है। मोबाइल कनेक्टिविटी उदयपुर तक पूरे खंड में बाधित है हालांकि एयरटेल नेटवर्क अभी उदयपुर में काम कर रहा है। डीसी लाहल स्पीति द्वारा एनडीआरएफ यूनिट की मांग की गई है। वे भी घटना स्थल की ओर रवाना हो गए है। पुलिस अधीक्षक लाहौल स्पीति मानव वर्मा ने बताया कि डीएसपी के नेतृत्व में बचाव दल डीडीएमए, आईटीबीपी और बीआओ के कर्मियों के साथ मौके पर डटे हुए है। बाढ़ के दौरान जाहलमा पुल बह गया। इससे उदयपुर का केलांग से संपर्क कट गया है। लाहलमा नाले में बाढ़ से जाहलमा, गोहरमा, फुडा, कोठी व स्पडिंग गांव के लोगों में दहशत फैल गई है। बादल फटने से केलांग के साकस नाले सहित, बिलिंग, लौट, शांशा , जाहलमा, कमरिंग व धिरोट नाले में बाढ़ आ गई है। जाहलमा व साकस नाले में पानी अधिक आने से बीआरओ सहित किसानों बागवानों को भारी नुकसान हुआ है। नाले में बाढ़ से मनाली लेह मार्ग अवरूद्ध हो गया है। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए केलांग व जिस्पा में पर्यटकों को रोक दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि केंद्र सरकार सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है। श्री मोदी ने ट्वीट किया, “किश्तवाड़ और कारगिल में बादल फटने के मद्देनजर केंद्र सरकार स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है। प्रभावित क्षेत्रों में हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। मैं सभी लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूँ।”
भूस्खलन के कारण आम जनजीवन प्रभावित
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, हिन्दुस्तान-तिब्बत राष्ट्रीय राजमार्ग सहित चार अन्य राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए हैं। इसके अलावा प्रदेश में कई संपर्क मार्ग बद हो गए है। कई स्थानों पर विद्युत आपूर्ति ठप्प हो गई है।पिछले चाैबीस घंटों के दौरान भारी बारिश से नाले उफान पर हैं। जगह-जगह भूस्खलन हो रहे हैं और कई सड़के बंद है। प्रदेश के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अब तक दुर्घटना में लगभग दो सौ लोगों की मौत हो गई है और सार्वजनिक और निजी संपत्ति को 4600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
किश्तवाड़ में बादल फटने से सात लोगों की मौत, 17 घायल
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बुधवार को बादल फटने से अचानक आयी बाढ़ और भारी बारिश से सात लोगों की मौत हो गई और अन्य 17 घायल हो गये। एक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि किश्तवाड़ जिले के दाछन गांव में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में कम से कम 38 लोग फंस गए, जिनमें से सात लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा, “हमने मलबे से सात शव बरामद किये हैं और 14 लोग अभी भी लापता हैं। निकाले गए 17 में से छह गंभीर रूप से घायल हैं जबकि 11 को मामूली चोटें आई हैं।” पुलिस सेना और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई है और बचाव अभियान अभी भी जारी है।