कोरोना संकट ने सभी व्यवस्थाओं को प्रभावित किया है। इसके पहले विधानसभा अधिवेशन के दौरान बहुत चहल पहल रहती थी। इसका असर विधानसभा के बाहर तक दिखाई देता था। लेकिन कोरोना काल में आहूत अधिवेशन बिल्कुल अलग तरीके का होगा। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इस संबन्ध में सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में बैठक बुलाई।
उन्होंने बताया कि विधान सभा के सभी कर्मियों का कोरोना जांच करा दी गयी है। विधायकों को भी कोरोना जांच जारी है। सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए सभी कर्मियों की भी कोरोना जांच कराई जाएगी। मीडिया कर्मियों के लिए इस बार तिलक हाल में बैठने की व्यवस्था की गयी है।
उन्होंने कहा कि सदस्यों को विधान भवन में आने जाने हेतु निर्बाध एवं सुविधाजनक व्यवस्था तथा वाहनों की पार्किग की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए गये है। विधान सभा के प्रवेश के सभी गेटों पर सदस्यों एवं मीडिया कर्मियों के वाहनों की जांच एवं थर्मल स्कैनिंग के बाद ही प्रवेश दिया जायेगा। इसी के साथ विधायकों से अनुरोध किया गया है कि सत्र के दिनों में वह अपने साथ सहवर्ती न लायें।
श्री दीक्षित ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच सदन का सत्र बहुत ही चुनौतीपूर्ण है। सभी विधायकों मीडिया कर्मियों से अपील की है कि विधान सभा द्वारा लिए गये निर्णय के अनुसार थर्मल स्कैनिंग एवं कोविड जांच कराने हेतु प्रत्येक प्रकार का सहयोग दें।
बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह,अवनीश कुमार अवस्थी महानिदेशक पुलिस, हितेश चन्द्र अवस्थी, कमिश्नर लखनऊ मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव विधान सभा, प्रदीप कुमार दुबे, पुलिस आयुक्त सुजीत पाण्डेय, मार्शल विधान सभा के साथ साथ पुलिस विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी भी उपस्थित रहें।
डॉ दिलीप अग्निहोत्री