उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने तीन पूर्व विधायक, दो पूर्व मंत्री, एक पूर्व सांसद, एक पूर्व एमएलसी और तीन अन्य नेता समेत कुल 10 वरिष्ठ नेताओं को अनुशासनहीनता का दोषी पाते हुए पार्टी से बाहर कर दिया है. पार्टी की अनुशासन समिति ने इन वरिष्ठ नेताओं को पार्टी की छवि खराब करने के उद्देशय से दिए गए बयानों पर नोटिस जारी किया था, जिसके जवाब में नेताओं ने सफाई पेश की, लेकिन उनकी सफाई से समिति संतुष्ट नहीं हुई और उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.
अनुशासन समिति ने इन नेताओं को बाहर करते हुए एक पत्र जारी किया. जिसमें लिखा था, “पिछले कुछ समय से आप लोगों ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी से संबंधित अखिल भारतीय कांग्रेस के फैसलों पर अनवरत और अनावश्यक रूप से सार्वजनिक तौर पर बैठक कर विरोध किया. इससे मीडिया में दिए आपके बयान से पार्टी की छवि खराब हुई है.”
पार्टी ने पत्र में आगे भी लिखा की पार्टी की अनुशासन समिति ने आप सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और 24 घंटे में जवाब मांगा था. आपके जवाबों से पार्टी क अनुशासन समिति संतुष्ट नहीं हो सकी. ऐसे में पार्टी ने फैसला लिया है कि आप सभी को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निकाला जाता है. पार्टी का यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू होता है.