उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गोरखपुर विकास परियोजनाओं पर 1 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगी। इसमें गोड़धोइया नाले और रामगढ़ ताल के जीर्णोद्धार पर 474.42 करोड़ और सीवरेज योजना जोन सी पार्ट-दो पर 561.34 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट बाई सर्कुलेशन इन दोनों योजनाओं को मंजूरी दे दी है।
इसको ध्यान में रखते हुए गोड़धईया नाला और रामगढ़ ताल के जीर्णोद्धार व इंटरसेप्शन डयवर्जन और ट्रीटमेंट की परियोजना तैयार की गई है। इसमें नाले के दोनों तरफ आरसीसी रिटेनिंग वाल बनाई जाएगी। इसके दोनों तरफ सीवरेज लाइन डाली जाएगी। इसके पास में ही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा और बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया जाएगा। परियोजना के अंतर्गत 44300 घरों से निलने वाले 38 एमएलडी सीवरेज का ट्रीटमेंट किया जाएगा।
इस परियोजना से गोड़धईया नाले के 9.7 किलो मीटर के दायरे में रहने वाले करीब 2.2 लाख परिवारों को बाढ़ और जल जनित बीमारियों से राहत मिलेगी। इसके साथ ही वर्ष 2025 की जनसंख्या 170240 की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की सुविधा विकसित की जाएगी। इस पर 561.34 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। इसमें सीवरेज लाइन डालते हुए 43963 घरों में कनेक्शन भी दिया जाएगा।
बता दें कि गोरखपुर सिटी में गोड़धइया नाला पहले एक प्राकृतिक नाला था। इसके आसपास के क्षेत्रों में शहरीकरण के कारण विभिन्न नाले के माध्यम से सीवेज युक्त गंदा पानी गिरने और अतिक्रमण से सिल्ट भर गई है। इस कारण यहां के आसपास के विभिन्न क्षेत्रों मेडिकल कॉलेज, चंद्रगुप्त कॉलोनी, बशारतपुर, राप्ती नगर, फातिमा अस्पताल समेत अन्य क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति इत्पन्न हो जाती है।