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ग्रामीणों ने लेखपाल पर लगाया मनमानी करने का आरोप, ज्ञापन दे लेखपाल को क्षेत्र से हटाने की मांग

बिधूना। विकास खंड बिधूना की ग्राम रुपपुर सहार के ग्रामीणों ने बुधवार को तहसील पहुंच कर क्षेत्रीय लेखपाल के विरुद्ध आवाज बुलंद की। इस दौरान उपजिलाधिकारी को छह सूत्रीय ज्ञापन दे लेखपाल को तत्काल क्षेत्र से हटाने के साथ उचित विभागीय कार्रवाई की मांग की है।

ग्रामीणों ने लेखपाल पर लगाया मनमानी करने का आरोप, ज्ञापन दे लेखपाल को क्षेत्र से हटाने की मांग

रूपपुर सहार निवासी प्रधान प्रतिनिधि बीरू भदौरिया, सोवरन सिंह कुशवाह, बृजभान सिंह, प्रमोद कुमार, महेश चन्द्र, धर्म सिंह, श्रीपाल, राज किशोर, सुरेश चन्द, मांगेलाल धीरेन्द्र सिंह, महेन्द्र सिंह, मुनीश सिंह, लाखन सिंह, गौरव सिंह, विक्रम सिंह, नवीन सिंह व राजवीर सिंह आदि ने तहसील पहुंच कर क्षेत्रीय लेखपाल रोहित यादव द्वारा किए जा रहे मनमाने कार्यों के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद किया। इस दौरान उन्होंने उपजिलाधिकारी न्यायिक राम अवतार वर्मा को छह सूत्रीय ज्ञापन सौंप कर लेखपाल की जांच कराकर विभागीय कार्रवाई के साथ उन्हें क्षेत्र से हटाने की मांग की।

प्रधान द्वारा चिन्हित जगह पर पानी की टंकी बनवाने से कर रहे मना –

ज्ञापन में कहा गया कि पानी की टंकी हेतु प्रधान द्वारा चिन्हित जगह पर लेखपाल रोहित यादव टंकी बनवाने से यह कहते हुए कि वह जगह ढाक के सुरक्षित है इसलिए वहां टंकी नहीं बन सकती। जबकि उसी जगह पर लेखपाल ने राम बाबू नामक व्यक्ति को पट्टे के आधार पर कब्जा दिला दिया।

कहा कि इसके साथ ही लेखपाल ने अपनी मर्जी से अन्य जगह पानी की टंकी बनवाने का प्रस्ताव भेज दिया जो कि भूमि प्रबंधन समिति व उसके अधिकारों के खिलाफ है। इसके अलावा ज्ञापन में कहा गया कि लेखपाल कृषि आवंटन के नाम पर ग्रामीणों से धन इकट्ठा कर रहे है।

गरीबों के ‌बेघर करने की दे रहे धमकी –

ज्ञापन में कहा गया कि लेखपाल गरीबो को बेघर करने धमकी देकर उनसे पैसे की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा लेखपाल द्वारा अकबर व सलीम की पैमाईश के दौरान गलत तरीके से रघुपति के संक्रमणीय रकवा में नाप कर दी‌ गयी। इस तरह वह संक्रमणीय काश्तकारों को परेशान कर रहे हैं।

संक्रमणीय काश्तकार दर्ज करने के मांगे जा पैसे –

ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि राम अवतार वर्मा मिडई की असंक्रमणीय भूमि को संक्रमणीय करने के लिए 20 हजार रुपए की मांग की जा रही है। जो कि दे पाने में असमर्थ है इसलिए उसकी भूमि अभी तक असंक्रमणीय दर्ज है। कहा कि शासनादेश है कि मृतक व्यक्ति की वरासत जांच करके तत्काल दर्ज की जाये। लेकिन लेखपाल द्वारा अभी तक ब्रह्मपाल पुत्र दुलारे सिंह व नरेन्द्र सिंह पुत्र भेला जिनकी मृत्यु को दो वर्ष से अधिक का समय हो चुका है। पैसे न देने के कारण आज तक वरासत दर्ज नहीं की‌ गयी है। कहा कि इसी तरीके से अन्य वरासते भी लम्बित है।

सभी ग्रामीणों ने बिन्दुओं की जांच कराके लेखपाल के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ उसे एक सप्ताह में क्षेत्र से हटाये जाने की मांग की है। साथ ही कहा कि यदि उन्हें शीघ्र न्याय न मिला तो वह तहसील में शान्ति पूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

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