योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद विकास के अनुरुप माहौल बनाने पर ध्यान दिया। इसके लिए उनकी मेहनत सार्थक रही। व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ। इससे प्रदेश के समस्याग्रस्त व उपेक्षित क्षेत्रों तक विकास की बयार पहुंची। दशकों की उपेक्षा ने बुंदेलखंड के जन जीवन को कठिन बना दिया था। यहां की मूलभूत समस्यों के समाधान पर उचित ध्यान नहीं दिया गया था। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद बुंदेलखंड के विकास हेतु कार्य योजना बनाई। लेकिन इसका प्रभावी क्रियान्वयन योगी सरकार बनने के बाद शुरू हुआ। बुंदेलखंड बुंदेलखंड ऐतिहासिक विरासत,वीरता,शौर्य और प्राकृतिक संसाधनों की दृष्टि से समृद्ध रहा है किंतु विगत कई दशकों से यहां के विकास पर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया गया। पानी का संकट, कृषि की बदहाली, पलायन, भूखे पशु आदि को लेकर यह क्षेत्र चर्चित होने लगा। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद यहां के विकास पर विशेष ध्यान दिया।
बुंदेलखंड का कुछ हिस्सा मध्य प्रदेश में है। यहां शिवराज सिंह सरकार ने अनेक उल्लेखनीय कार्य किये जिससे अनेक समस्याओं का समाधान हुआ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद केंद्र की योजनाओं को बुंदेलखंड में प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया। इससे यहां विकास का नया अध्याय शुरू हुआ। इसके पहले बुंदेलखंड के सभी घरों में नल से जल की कल्पना करना भी मुश्किल था। वर्तमान सरकार के प्रयासों से यह सपना साकार हो रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और डिफेंस कॉरिडोर से यहां के विकास को नया आयाम मिल रहा है। झांसी में तीन प्लेटफॉर्म रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन डीआरडीओ, डीपीएसयू,रक्षा उद्योग और स्टार्टअप के योगदान के साथ भारतीय रक्षा उद्योग की प्रगति के प्रमाण है। उत्तर प्रदेश भी आत्मनिर्भर भारत अभियान में उल्लेखनीय भूमिका का निर्वाह कर रहा है।
योगी आदित्यनाथ स्वयं इसके प्रति गंभीरता से प्रयास कर रहे है। यहां युद्धपोत और मिसाइल से लेकर अन्य उपकरण बनाने का अभियान चल रहा है। उत्तर प्रदेश डिफेंस के मैनुफैक्चरिंग के मामले में बहुत आगे जा रहा है। अलीगढ़ नोड में छोटे हथियार,डिफेंस पैकेजिंग बन सके इसके लिए नए उद्योग स्थापित हो रहे हैं। यह इस क्षेत्र को नई पहचान देगा। उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर बहुत बड़ा अवसर लेकर आ रहा है। तीन वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया था। अब तक उत्तर प्रदेश में तीन लाख करोड़ का निवेश हो चुका है। रक्षा उत्पादन में बहुत प्रगति हुई है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था पहले छठवें स्थान पर थी आज दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरी है। निवेश का बेहतर वातावरण वर्तमान सरकार ने तैयार किया है। पहले उत्तर प्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में देश में चैदहवें स्थान पर था,आज सरकार की नीतियों से दूसरे स्थान पर आ गया है। चार वर्ष पहले उत्तर प्रदेश का केन्द्र की किसी योजना में स्थान नहीं होता था। आज केन्द्र सरकार की पैंतालीस योजनाओं में प्रदेश प्रथम स्थान पर है। उद्योग व कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए लाभप्रद है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड तथा विन्ध्य क्षेत्र में हर घर नल योजना प्रारम्भ की गयी है। एक्सप्रेस-वे के किनारों पर औद्योगिक क्लस्टर विकसित की परियोजना प्रगति पर है। कुछ दिन पहले ही रक्षा मंत्री ने उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर यूपीडीआईसी में पहली संचालित निजी क्षेत्र की रक्षा विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन किया था। रक्षा विनिर्माण सुविधा विमान के इंजन हेलीकॉप्टर इंजन विमानों के लिए संरचनात्मक भागों,ड्रोन और यूएवी,पनडुब्बियों, अल्ट्रा लाइट आर्टिलरी गन,स्पेस लॉन्च व्हीकल और स्ट्रैटेजी सिस्टम आदि का निर्माण करेगी। यह एयरोस्पेस अनुप्रयोगों के लिए टाइटेनियम और अन्य विदेशी मिश्र धातुओं में प्रमुख कच्चे माल का उत्पादन करेगी। नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान का शुभारंभ किया था। यह अब प्रगति पर है। इसकी धमक दुनिया में दिखाई देने लगी है।
भारत अभी तक सामरिक हथियारों का सबसे बड़ा आयातक माना जाता था। अब सत्तर से अधिक देशों को भारत सामरिक उत्पाद का निर्यात कर रहा है। अन्य क्षेत्रों में भी आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत अनेक योजनाएं संचालित हो रही है। उत्तर प्रदेश के डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर से देश को रक्षा उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और मेक इन इण्डिया को बढ़ावा देने में मदद मिल रही है। लखनऊ में उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट का शुभारम्भ करते हुए उत्तर प्रदेश में एक डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर स्थापित किये जाने की घोषणा की गई थी। आज भारत अपनी सुरक्षा जरूरतों को पूरा कर रहा था। पहले हम आयात पर ही निर्भर थे। रक्षा मंत्रालय द्वारा सैकड़ो उत्पाद की सूची जारी की गई है। इन सभी का उत्पाद अब भारत में होगा। किसी भी सूरत में दुनिया के दूसरे दूर देशों से आयात नहीं किया जाएगा। फाइटर प्लेन, हेलीकॉप्टर,टैंक और पनडुब्बियों सहित के निर्माण के अवसर भी हमने मेगा डिफेंस प्रोग्राम तहत शुरू किए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच वर्ष पहले बुंदेलखंड में खनन माफिया भू माफिया और पेशेवर हावी थे। डकैतों की समांतर सत्ता यहां थी। बेटियां और कारोबारी सुरक्षित नहीं थे। हमने इस माहौल को बदला। अब यहां शांति है। सब तरफ सकून है।अब बुंदेलखंड बदल रहा हैं। बुंदेलखंड के हर घर में पानी पहुँचाने की योजना पर कार्य हो रहा है। वर्षों से लंबित पड़ी अर्जुन परियोजना का लोकापर्ण प्रधानमन्त्री ने किया था। यहां के पांच जिलों को उसका लाभ मिलेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। एक्सप्रेस वे बनने से यहां उद्योग लगेंगे। यहां के युवाओं को नौकरी और रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। डिफेंस कारिडोर में तोप और लड़ाकू विमान बनेगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार बुंदेलखंड का विकास करने में जुटी है। यहां के गरीबों को आवास,पेंशन,राशन मिल रहा है। यहां पांच वर्षों में बुंदेलखंड के विकास की अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित हुआ। सिंचाई व हर घर नल से जल योजना को अभियान के रूप में संचालित किया गया।
कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महोबा में तीन हजार दो सौ चौसठ करोड़ रुपये से अधिक लागत की नौ विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया था। दो हजार छह सौ करोड़ रुपये से अधिक लागत की अर्जुन सहायक परियोजना सहायक सिंचाई परियोजनाओं में भवानी बांध परियोजना, रतौली बांध परियोजना एवं मसगांव चिल्ली स्पिंरकलर सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया था। महोबा में मार्ग सुदृढ़ीकरण, विकासखण्ड कबरई में पेयजल परियोजना, कीरत सागर एवं मदन सागर में पर्यटन विकास की परियोजना तथा विकासखण्ड जैतपुर में राजकीय इण्टर कॉलेज का लोकार्पण हुआ। सिंचाई परियोजनाओं से महोबा, बांदा, हमीरपुर एवं ललितपुर जनपदों में सिंचाई की बेहतर सुविधाएं सुलभ होंगी।
इससे यहां के फसल चक्र में व्यापक परिवर्तन आएगा। यहां के कृषक अब ज्वार, बाजरा बोने अथवा खेत खाली छोड़ने के स्थान पर धान, गन्ना, मूंगफली, सरसों, गेहूं आदि की खेती आसानी से कर सकेंगे। इस प्रकार वे अपनी फसल से कहीं ज्यादा पैदावार एवं कहीं ज्यादा उसका मूल्य प्राप्त कर सकेंगे। रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर आयोजित राष्ट्र रक्षा पर्व झांसी का नरेंद्र मोदी ने समापन किया। डिफेंस कारिडोर के झांसी नोड में पहले प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। भारत डायनामिक्स लिमिटेड की इकाई का शिलान्यास किया था। दिल्ली स्थित नेशनल वार मेमोरियल में बना नया कियोस्क और एक मोबाइल एप देश को समर्पित किया। इसके साथ ही वह छह मेगावाट के अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्लांट के शिलान्यास, अटल एकता पार्क के लोकार्पण,एनसीसी की सिमुलेटर ट्रेनिंग फैसिलिटी के शुभारंभ सहित अरबों रुपये की योजनाओं की सौगात दी थी।