भारत का पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने गुरुवार को पहलवान विनेश फोगाट से मुलाकात की। उन्होंने विनेश की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी लड़ाई उनके दिल को छू गई और वह असली योद्धा हैं। विनेश को बुधवार को ओलंपिक फाइनल से पहले डिसक्वालिफाई कर दिया गया था।
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29 वर्षीय विनेश को 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण 50 किग्रा स्वर्ण पदक मुकाबले से अयोग्य घोषित कर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने अचानक संन्यास लेने की घोषणा कर दी। विनेश कुश्ती में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं।
बिंद्रा ने उनसे मुलाकात की कुछ तस्वीरों के साथ एक्स पर लिखा, ‘ऐसा कहा जाता है कि खेल मानवीय इच्छाशक्ति का उत्सव है। मैंने अपने करियर में कई बार यह सच होते देखा है, लेकिन अभी से ज्यादा कभी भी यह सच नहीं हुआ। जब मैं अपने चारों ओर देखता हूं, तो मुझे एक राष्ट्र और उसके लोग आपके दृढ़ संकल्प का जश्न मनाते हुए दिखाई देते हैं।’
‘आप मैट पर और मैट से बाहर भी एक योद्धा’
उन्होंने लिखा, ‘आप मैट पर और मैट से बाहर भी एक योद्धा हैं। आपके जरिये हम सीख रहे हैं कि हार के बावजूद भी अपने अंदर की लड़ाई को कभी नहीं हारना क्या मायने रखता है।
आप एक योद्धा की सच्ची भावना को मूर्त रूप देती हैं।’ एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता तीन बार की ओलंपियन विनेश ने अपना वजन 50 किग्रा के भीतर रखने के लिए कई तरह के उपाय किए जिसमें भूखे रहना, तरल पदार्थों से परहेज करना और पूरी रात जागकर पसीना बहाना शामिल था।