लखनऊ। आध्यात्मिकता और युवाशक्ति मिलकर ही भारत को दुनिया का सिरमौर बना सकते हैं। स्वामी विवेकानंद युवाओं के ही नहीं पूरे भारत के स्फूर्तिदाता हैं। भारत के स्वाभिमान को जाग्रत कर उन्होंने दुनिया में आध्यत्मिक वैभव और मानवीय मूल्यों की पुनर्स्थापना की। उन्होंने वशुधैव कुटुंकम का सन्देश देकर पूरी दुनिया को भारतीय दृष्टिकोण से परिचय कराया। उक्त विचार उत्तर प्रदेश के पूर्व लोकायुक्त जस्टिस वर्मा ने राष्ट्रीय युवा दिवस पर केजीएमयू अब्दुल कलाम सेंटर में गाइड समाज कल्याण संस्थान एवम केजीएमयू कम्युनिटी आई बैंक के सह तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद युवा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए कहे।
उन्होंने आगे कहा कि युवाओं के विवेकानंद की तरह लक्ष्य बनाकर उसके लिए उसके लिए अनथक, अविचल, अविराम संघर्ष के लिए जुटना होगा। राष्ट्र निर्माण के लिए व्यक्ति निर्माण बहुत जरूरी है। व्यक्ति निर्माण के लिए चरित्र, कृतित्व और व्यक्तित्व निर्माण की प्रक्रिया है जिसे पूरा करना आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को हमेशा मुस्कुराते रहने, अच्छे कार्यों की सराहना करने, व्यक्तिगत अवमानना न करने और हमेशा अधिकतम श्रेष्ठतम नतीजे देने का प्रयास करने के चार मूलमंत्र दिए।
गाइड समाज कल्याण संस्थान की निदेशक और कार्यक्रम की मुख्य संयोजक डॉ. इंदु सुभाष ने युवायों को “कथानक व्याकरण समझे तो सुरभित हो तो छंद होजाए , युवा पीढ़ी अगर सम्भले तो विवेकानद हो जाए “पंक्तियो से उन्हें मानव सेवा माधव सेवा का भाव रखते हुए स्वानुशासित, चिंतनशील, संयमी, परिवार व समाज के प्रति उत्तरदायी बनने व कर्त्तव्य परायण होने के साथ अधिकारों का दुरुपयोग न करने का आह्वान किया । कम्युनिटी आई सेंटर के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अरुण शर्मा जी ने युवा को अपने कैरियर के साथ सामाजिक दायित्व निभाने के लिए प्रेरित किया।
देश में अभिशाप के रूप में व्याप्त अंधता निवारण के लिए नेत्रदान के प्रति लोगों को जागरूक होने पर बल दिया। गाइड समाज कल्याण संस्थान के हृदय नेत्रदान संकल्प पत्र के डिजिटल रूप को के जी एम यू की वेबसाइट से जोड़ते हुए उन्होंने संस्था के सेवा कार्यो की सराहना की। संस्था के यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष शाश्वत सुभाष ने उन्हें शैक्षिक संस्थानों के विद्यार्थियों द्वारा भरे गए नेत्रदान संकल्प पत्र सौंपे।
अनुभवी वैज्ञानिक व वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ. अनिल रस्तोगी ने युवा पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जिम्मेदार बनने व सौ फ़ीसदी मतदान करने के साथ सदैव सृजन शील रहने के लिए प्रेरित किया तभी हम विवेकानंद को सच्चे अर्थों में नमन कर सकते हैं। युवा व्यंग्यकार पंकज प्रसून ने काव्यपाठ कर युवायों सदैव सकारात्मक ऊर्जा के साथ जीने का मंत्र दिया। कार्यक्रम में केजीएमयू के MBBS व MS के विद्यार्थियों व संस्था के कर्मठ सदस्यों ने सहभागिता दी।
स्वामी विवेकानन्द युवा सम्मान 2021
• डॉ. प्रियंका शर्मा एमएस सर्वश्रेष्ठ अंक (नेत्र सर्जन केजीएमयू)
• कु. उषा विश्वकर्मा (रेड ब्रिग्रेड)
• अल्कोहोलिक एनॉनिमस, मद्यपान निषेध के क्षेत्र में संकल्प के साथ सेवा रत: राजीव एस एवम संस्था के सदस्य
उज्ज्वल निगम ट्रॉफी – निर्धन वर्ग के होनहार छात्र को समर्पित
कु. महक सिंह (कक्षा 10 केंद्रीय विद्यालय)
सेवा रत्न सम्मान 2021
• ए.पी. सिंह (लावारिस लाशों के प्रति आदर भाव रखते हुए अंत्येष्टि करना)
• डॉ. अरुण शर्मा, वरिष्ठ नेत्र सर्जन व मेडिकल डायरेक्टर केजीएमयू कम्युनिटी आई बैंक (नेत्रदान जागरूकता के प्रति समर्पित)
नेत्रदान के प्रति सतत जागरूकता कार्य
• डॉ. सरोज ठाकुर
• शाश्वत सुभाष
वरिष्ठ जन सेवा सम्मान
कु. उमा सिंह चौहान, कांस्टेबल यूपी पुलिस वरिष्ठ नागरिक सहायता प्रकोष्ठ, जेसीपी कार्यालय (वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के आंकड़े के समुचित रूप में संकलन हेतु सतत प्रयास एवम समर्पित भाव)