सर्वोच्च न्यायालय ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार द्वारा सुरक्षा की मांग को लेकर लिखे गए पत्र को लेकर न्यायालय की रजिस्ट्री से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। चीफ जस्टिस ने रजिस्ट्री से पूछा कि 12 जुलाई को भेजी गई चिट्ठी उनके पास बढ़ाने में देर क्यों हुई? उन्होंने बताया कि उन्हें मीडिया में चल रही खबरों से इस चिट्ठी के बारे में जानकारी मिली है। रजिस्ट्रार को एक हफ्ते के भीतर जवाब देना है। चीफ जस्टिस कल उन्नाव केस की सुनवाई करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने सेक्रटरी जनरल से सफाई देने को कहा कि उन्नाव रेप पीड़ित परिवार की तरफ से (12 जुलाई) लिखा गया पत्र उनके सामने पेश क्यों नहीं किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने रेप पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट भी तलब की है। मुख्य न्यायधीश ने ये बातें तब कहीं, जब एक वकील ने एक केस में उन्नाव मामले का जिक्र किया।
दरअसल, मंगलवार को उन्नाव रेप पीड़ित के एक्सीडेंट के बाद ये पत्र सामने आया था। आपको बता दें उन्नाव रेप की पीड़िता और उसकी मां ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस सहित सात लोगों के पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने आरोपियों के गुर्गों के द्वारा धमकाने का आरोप लगाया था। इससे पहले सीबीआई ने उन्नाव रेप पीड़िता के ऐक्सिडेंट मामले में केस दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके भाई समेत 10 लोगों के खिलाफ नामजद और 15-20 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, आपराधिक साजिश की धाराओं में केस दर्ज किया है।