रक्तदान को महादान सिर्फ इसलिए ही बोला गया है क्योंकि रक्तदान यानी ब्लड डोनेशन करने से न सिर्फ आप खून देकर दूसरों की जान बचाते हैं बल्कि इससे आपकी स्वास्थ्य को भी कई तरह से लाभ होता है. इससे न सिर्फ आपका स्ट्रेस कम होता है, आप इमोशनली बेहतर महसूस करते हैं व नेगेटिव फीलिंग्स दूर होती है बल्कि रक्तदान करने से दिल से जुड़ी बीमारियों व हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो जाता है. 18-55 वर्ष का कोई भी स्वस्थ आदमी रक्तदान कर सकता है
आमतौर पर लोग डरते हैं कि रक्तदान करने से आदमी निर्बल होने कि सम्भावना है, लेकिन चिकित्सक बताते हैं कि रक्तदान करने से किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता, बल्कि इससे हार्ट अटैक व हार्ट फेलियर का खतरा बेहद कम हो जाता है. सीएमओ डॉ। एनके गुप्ता ने बताया कि 18 से 55 साल तक का कोई भी स्वस्थ आदमी रक्तदान कर सकता है. इससे किसी तरह की कमजोरी नहीं आती है. रक्तदान से शरीर में रक्त की जो कमी होती है उसे शरीर कुछ ही घंटों में पूरा कर लेता है. हालांकि रक्त के लाल कण बनने में 3 से 6 महीने लग जाते हैं. इसलिए 6 महीने एक बार ही रक्तदान करना चाहिए.
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