पृथ्वी शॉ ( prithvi shaw ) का डोप टेस्ट में फेल होना बीसीसीआई ( BCCI ) व टीम इंडिया ( Team India ) के लिए बड़ा झटका है. पृथ्वी बीसीसीआई व टीम इंडिया के भविष्य की कई योजनाओं के भाग थे. पृथ्वी शॉ के डोप टेस्ट में फेल होने के बाद रोज नए खुलासे हो रहे हैं. बीसीसीआई के एंटी डोपिंग मैनेजर अभिजीत साल्वी ने बोला कि पृथ्वी शॉ कम से कम तीन बार एंटी डोपिंग अवेयरनेस कार्यक्रम में शामिल हुए थे. लेकिन कभी भी उन्होंने हमारी बातों को ध्यान से नहीं सुना. अगर हमारी बातों को पांच सेकेंड के लिए भी वो ध्यान से सुनते तो ऐसा नहीं होता.
लापरवाही के चलते कठिन में पड़े है पृथ्वी शॉ
डोप टेस्ट में फेल होने के बाद पृथ्वी शॉ पर 8 महीने का बैन लगा, उनका ये बैन 15 नवंबर को समाप्त होगा. अभिजीत साल्वी ने बोला कि ये खिलाड़ी दवा लेने में अपनी गलती के चलते कठिन में पड़ा है. पृथ्वी ने हमारे तीन एंटी डोपिंग अवेयरनेस कार्यक्रम में भाग लिया था. मैंने कम से कम10 से 15 बार उनको समझाया कि आप लोगों को दवाई लेते समय सावधानी बरतनी होती है. साथ ही मैंने उनसे बोला था कि उन्हें छोटी से छोटी दवा हमसे पूछकर लेनी चाहिए.
कफ सिरप पीने से फंसे युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ
डोपिंग टेस्ट में फेल होने के बाद पथ्वी शॉ ने बोला था कि मैंने खांसी होने पर कफ सिरप पीया था. लेकिन मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. लेकिन बीसीसीआई के डोपिंग मैनेजर की बातों पर गौर करें तो पता चलता है कि तीन-तीन एंटी डोपिंग अवेयरनेस प्रोग्राम, आईसीसी U-19 वर्ल्ड कप ( ) के दौरान एंटी डोपिंग अवेयरनेस कार्यक्रम में शामिल के बाद भी पृथ्वी शॉ को ये जानकारी कैसे नहीं थी.