बागपत में बड़ौत में करीब 100 परिवार पलायन को मजबूर है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान कृष्णपाल तोमर और ग्राम सचिव राजीव खोखर उनका उत्पीड़न करते हैं, ऐसे में उनके पास पलायन करने के सिवा कोई और चारा नहीं है। ग्रामीणों ने मकान पर बिकाऊ के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। कुछ ग्रामीणों ने वाहन में सामान लोड कर पलायन करना शुरू कर भी कर दिया है।
दोनों पर नाला सफाई में 21 लाख के घोटाले का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने मंगलवार को तहसील परिसर में धरना दिया।
मलकपुर गांव के लोग मंगलवार को तहसील पहुंचे और धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने बताया कि मलकपुर गांव में नाला है। मलकपुर मिल का गंदा पानी भी इसी नाले में आता है। इस कारण भूगर्भ दूषित हो रहा है। एक साल में गांव में पूर्व प्रधान हरपाल सहित पांच व्यक्तियों की कैंसर से मौत हो चुकी है। नाले की सफाई के लिए बजट भी पास हुआ था, लेकिन नाले को ठीक से साफ नहीं किया गया। ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव ने 21 लाख रुपये का घोटाला कर दिया। इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी से भी की गई थी। इस पर ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव ने गांव के नौ लोगों पर झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि मुकदमा वापस नहीं लिया और घोटाले की जांच नहीं हुई, तो 100 परिवार गांव छोड़कर चले जाएंगे।