भारत के 17 पहलवान शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे एशिया ओलंपिक क्वालिफायर के जरिये पेरिस खेलों का कोटा हासिल करने के लिए जब चुनौती पेश करेंगे तो सबसे ज्यादा नजरें दो बार की ओलंपियन विनेश फोगाट पर होगी। इस प्रतियोगिता में फ्रीस्टाइल, महिला और ग्रीको-रोमन में कुल 36 कोटा स्थान दांव पर होंगे। भारतीय पहलवान सिर्फ एक स्पर्धा को छोड़कर सभी भारवर्ग में कोटा हासिल करने की कोशिश करेंगे।
19 साल की अंतिम पंघाल ने सर्बिया के बेलग्रेड में 2023 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत कर भारत के लिए महिलाओं के 53 किग्रा में पहले ही कोटा स्थान पक्का कर लिया है। महिला वर्ग में अब विनेश (50 किग्रा), रीतिका हुड्डा (76 किग्रा), मौजूदा अंडर-23 विश्व चैंपियन अंशु (57 किग्रा), मानसी (62 किग्रा) और निशा (68 किग्रा) के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का समय आ गया है।
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ भारतीय पहलवानों के विरोध का प्रमुख चेहरा रही विनेश के प्रदर्शन पर सबसे ज्यादा नजरें रहेंगी। 29 वर्षीय खिलाड़ी ने मार्च में 50 किग्रा में राष्ट्रीय चयन ट्रायल जीता था। उन्होंने पटियाला में हुए इस चयन ट्रायल में अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद 53 किग्रा वर्ग में भी प्रतिस्पर्धा की थी, लेकिन वह सेमीफाइनल में हार गईं थी। वह अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब होगी।
पुरुष वर्ग में अमन-दीपक प्रमुख दावेदार
पुरुषों के फ्रीस्टाइल वर्ग में, अमन सहरावत (57 किग्रा) राष्ट्रीय ट्रायल में टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता रवि दहिया को पछाड़कर अपनी जगह बनाने के बाद सुर्खियों बटोरी थी। वह अच्छी लय में भी हैं। उन्होंने इस साल जनवरी में जगरेब ओपन में स्वर्ण पदक जीता था। उनके अलावा सुजीत पर भी नजर रहेगी क्योंकि वह टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया की विफलता के बाद 65 किग्रा वर्ग में चुनौती का नेतृत्व कर रहे हैं।