लखनऊ। जनपद हाथरस के पीडि़त परिवार से संवेदना व्यक्त करने जा रहे राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पर किये गये बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज से आक्रोशित राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश कार्यालय से सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद के नेतृत्व में जुलूस बनाकर दमनकारी शक्तियों के खिलाफ मोदी-योगी मुर्दाबाद, किसान विरोधी यह सरकार नहीं चलेगी चलेगी, योगी तेरा अत्याचार नहीं सहेगे नहीं सहेगे जैसे नारेबाजी करते हुये सड़क पर उतरे जहां प्रदेश सरकार के इशारे पर स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा जबरन रोका गया लेकिन कार्यकर्ताओं ने धक्का मुक्की करते हुये प्रशासन को पीछे धकेलते हुये राजभवन जाने को अड़े रहे।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि लाठीचार्ज के विरोध में कार्यकर्ताओं के साथ महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन देने जाते हुये जुलूस को पुलिस अधिकारियों द्वारा जबरन रोका गया जिससे नाराज होकर कार्यकर्ताओं ने प्रदेश और केन्द्र सरकार के विरोध में नारे लगाये अन्त में जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन दिया गया। जिसमें प्रदेश के विभिन्न जनपदों में लगातार हो रही महिला उत्पीडन, बलात्कार एवं हत्या की घटनाओं के साथ साथ हाथरस की घटना एवं बर्बरतापूर्ण किये गये लाठीचार्ज की न्यायिक जांच की मांग की गयी।
इसके अतिरिक्त प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रही हत्या, बलात्कार और अपहरण तथा महिला उत्पीड़न जैसी हृदयविदारक घटनाओं की प्रभावी रोकथाम तथा उत्तरदायी अधिकारियों पर कार्यवाही करने के सम्बन्ध में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को सम्बोधित ज्ञापन राष्ट्रीय लोकदल की महिला पदाधिकारियों ने सौंपा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव शिवकरन सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे, राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्रा, पूर्व विधायक सुखबीर सिंह, प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी,
युवा रालोद के प्रदेश अध्यक्ष अम्बुज पटेल, युवा रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल, छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौहान, विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अंकुर सक्सेना, मनोज सिंह चौहान, रमावती तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव, चन्द्रकांत अवस्थी, सुनीता चौधरी, अश्विनी प्रताप सिंह, शशांक श्रीवास्तव, भोलानाथ वर्मा, इकराम सिंह, सम्राट सिंह चौहान, जिलाअध्यक्ष बेलाप्रताप राजवंशी, हरपाल यादव, सुशील बाथम, देवनरायन, राम सिंह पटेल, अखिलेश वर्मा, मो. उस्मान, बसंत सिंह, राकेश सिंह, प्रवीण सिंह सहित सैकड़ों लोग थे।