औरैया। थाना फफूंँद क्षेत्र के ग्राम दशहरा निवासी एक व्यक्ति बुधवार को मुख्यालय पर आवास नहीं मिलने को लेकर परिवार समेत बैनर लगाकर आमरण अनशन पर बैठ गया। जानकारी होते ही अपर जिला अधिकारी एवं पीडी मौके पर पहुंचे और उन्होंने जांच कराए जाने के बाद आवास दिलाए जाने का भरोसा दिलाया। जिस पर उसने अनशन समाप्त कर दिया। पीड़ित ने एक शिकायती प्रार्थना पत्र जिला अधिकारी को सौंपा है। जिसमें उसने आवास दिलाए जाने की मांग रखी है।
क्षेत्र के ग्राम दशहरा निवासी ओम प्रकाश पुत्र जयराम अपनी पत्नी व बच्चों समेत बुधवार को मुख्यालय पहुंचा और बैनर लगाकर अनशन पर बैठ गया। उसने जिला अधिकारी सुनील कुमार वर्मा को दिए शिकायती प्रार्थना पत्र में कहा है कि वह गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाला मजदूर है। उसके पास मात्र डेढ़ बीघा जमीन है , कोई मकान नहीं है। वह विगत 4 वर्षों से ग्राम प्रधान से लगातार प्रार्थना पत्र के माध्यम से कहता चला आ रहा है , कि उसे आवास सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता के द्वारा दिला दिया जाए। लेकिन उसकी बात को नहीं सुना गया। उसने इस संबंध में विगत 13 फरवरी 2019 को खंड विकास अधिकारी को ऑनलाइन द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। इसके उपरांत गत 27 अक्टूबर 2020 को यह मांग की थी कि ग्राम प्रधान द्वारा अपात्र लोगों को सरकारी आवास दिए गए हैं। जिनकी जांच कराई जाए। जांच में 9 अपात्र व्यक्ति घोषित हुई थे। जिनको उपायुक्त व तहसीलदार बिधूना ने अपनी जांच में आकर अपात्र घोषित किया था।
जब अपात्र लोगों की जांच हुई तो प्रार्थी पर विपक्षीगणों निवासी पुरवा उदई दशहरा थाना अछल्दा ने उस पर जानलेवा हमला किया। जिससे प्रार्थी ने थानाध्यक्ष फफूंँद को विपक्षीगणों के खिलाफ प्रार्थना पत्र गत 25 जनवरी 2021 को दिया, लेकिन विपक्षीगणों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसका परिवार दहशत में है, और डरा सहमा गांँव में रह रहा है। वह विपक्षीगणों की शिकायत कर चुका है, लेकिन विपक्षीगणों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। ग्राम प्रधान व विकास खंड अधिकारियों द्वारा अपात्र लोगों को भी आवास आवंटित किये जा रहे हैं, लेकिन प्रार्थी जब अपनी बात अधिकारियों से कहता है तो उससे यह कह दिया जाता है कि अभी वेबसाइट नहीं खुली है। वह खुले आसमान में अपने परिवार का जीवन यापन कर रहा है। उसे आज तक कोई सरकारी आवास मुहैया नहीं कराया गया है। वह गांँव के विपक्षीगणों व अधिकारियों से आजिज आ गया है।
इस कारण वह अंतिम प्रार्थना पत्र दे रहा है। जिससे उसकी फरियाद सुनी जा सके। सुनवाई नहीं होने पर वह मुख्यालय पर परिवार समेत शांतप्रिय ढंग से आमरण अनशन करेगा। पीड़ित ने समस्या का निराकरण किये जाने की गुहार लगाई है। अनशन पर बैठने की जानकारी होते ही अपर जिला अधिकारी रेखा एस चौहान एवं पीडी हरेंद्र कुमार धरना स्थल पर पहुंचे , और उन्होंने पीड़ित की समस्या को सुनते हुए आवास दिलाये जाने का भरोसा दिलाया। पीडी ने कहा कि वह स्वयं उसके गांँव आकर जांच करेंगे। जिस पर वह अनशन से उठ गया। वही एडीएम रेखा एस चौहान ने अनशन करने वाले व्यक्ति के बच्चों को बिस्किट आदि खिलाये।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर