महराजगंज/रायबरेली। ब्लॉक परिसर में भाजपा नेता शरद सिंह और उनके साथियों द्वारा ग्राम पंचायत अधिकारी विक्रम जैन को ब्लॉक परिसर में घुसकर मारपीट करने के मामले में शुक्रवार को कर्मचारी लामबंद हो गए और आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के दबाव में पुलिस ने एक तो पूरे मामले की प्राथमिकी मामूली धाराओं में दर्ज की है। वहीं अभियुक्त खुलेआम घूम रहे हैं। जबकि विक्रम जैन पर भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है इस मामले को लेकर सारे कर्मचारी एकजुट है। कर्मचारियों ने कर्मचारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए ब्लॉक मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को संबोधित एक मांग पत्र खंड विकास कार्यालय में दिया है।
मांग पत्र में आरोप लगाया गया है कि सत्ता के दबाव में पुलिस ने विक्रम जैन के साथ हुई घटना को मामूली धाराओं में दर्ज कर लिया है। लगातार विक्रम जैन को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। जिससे सभी कर्मचारियों में भय और दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। कर्मचारियों ने यह भी कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान सभी कर्मचारियों ने कोरोना महामारी माहौल में पूरी तनमयता और इमानदारी के साथ अपना कार्य किया है। लेकिन जिस तरह से कर्मचारियों को गलत काम कराने के नाम पर मारा-पीटा और धमकाया जा रहा है, उससे कर्मचारी और उनके परिवारीजनों का मनोबल गिर गया है।
कर्मचारियों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि विक्रम जैन के साथ हुई घटना में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने के साथ-साथ विक्रम जैन पर फर्जी मुकदमा समाप्त किया जाए। इस मौके पर निर्मला देबी, रामसमुझ, देव पाल, राकेश हेला, शीतला प्रसाद, भावेश कुमार, ज्ञानेंद्र कुमार, राम बहोरे, राजाराम, बिंदा प्रसाद, विनय कुमार, रामअचल, दुर्गेश कुमार, राम अवध, लोधे प्रसाद, मंसाराम, अनिल कुमार, अखिलेश राम, सिद्धार्थ समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा