पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को यहां बताया कि गृह आधारित नवजात शिशुओं की देखभाल करने में आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटर अब और सशक्त होंगी। राज्य की 92 हजार 15 आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटर को एचबीएनसी(गृह आधारित नवजात देखभाल) किट मुहैया करायी जाएगी। इसमें राज्य की 87 हजार 754 आशा कार्यकर्ता और 4 हजार 261 आशा फैसिलिटेटर शामिल होंगीं। इसकी शुरूआत 10 अगस्त को माननीय मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुई थी। इस किट में डिजिटल वाच ,डिजिटल थर्मामीटर, एलइडी टॉर्च विद सेल, बेबी ब्लैंकेट, बेबी फीडिंग स्पून, किट बैग एवं वेटिंग स्केल जैसी सात सामाग्री को शामिल किया गया है।
जांच के पश्चात खतरे के लक्षण देख नवजात को तत्काल उपचार के लिए उच्च स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजा जाएगा।
श्री पांडेय ने बताया कि राज्य में नवजात शिशुओं के देखभाल के लिए गृह आधारित देखभाल कार्यक्रम चलाया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता एवं आशा फैसिलिटेटर शिशु जन्म के बाद घर-घर नवजात शिशुओं की देखभाल करती है। अब गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटर नवजात शिशुओं की देखभाल में इस किट का उपयोग करेंगी। राज्य स्वास्थ्य समिति के आशा संसाधन केंद्र द्वारा इन्हें ज़िलावार सूची उपलब्ध करा दी गई है।
- प्रत्येक मंगलवार को आशा और आशा फैसिलिटेटर को किट होगा वितरित
- राज्य के 9,2015 आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटर को मिलेगा किट
आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटर को एचबीएनसी किट वितरण के लिए जिला स्तर पर जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) को नोडल पदधिकारी नामित किया गया है। इन सबों को ज़िलावार संख्या के अनुसार एचबीएनसी किट बीएमएसआइसीएल द्वारा जिला केंद्रीय भंडार में आपूर्ति की जाएगी। जिला केन्द्रीय भंडार से आशा और आशा फैसिलिटेटर की प्रखंडवार संख्या के अनुसार डीसीएम द्वारा जिला भंडार के भंडार पालक के सहयोग से संबंधित प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को वांछित संख्या में किट उपलब्ध कराया जाएगा।
श्री पांडेय ने बताया कि प्रखंड स्तर पर आशा दिवस यानी हर मंगलवार को आशा और आशा फैसिलिटेटर को प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक की मदद से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी खुद की निगरानी में किट का वितरण कराएंगे। 2 महीने के अंदर राज्य के सभी आशा एवं फैसिलिटेटर को एचबीएनसी किट उपलब्ध करा दिया जायेगा। इस किट के वितरण से संबंधित सूचनाओं को प्रखंड स्तर पर एक अलग रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा।
जिसे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा सत्यापित किया जाएगा। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और प्रखण्ड सामुदायिक उत्प्रेरक द्वारा प्रखण्ड वार वितरण और प्राप्ति सूची सिविल सर्जन को उपलब्ध कराया जाएगा। फिर समेकित रूप से संकलित करके इसे राज्य स्वास्थ्य समिति के आशा संसाधन केंद्र और बीएमएसईसीएल को उपलब्ध करायी जाएगी। किट की आपूर्ति और वितरण में पारदर्शिता रखने के लिए हर स्तर पर डीवीडीएमएस पर भी इसकी सूचना दर्ज करना सुनिश्चित किया जाएगा।