15 माह और 29 पारियों से विराट कोहली का बल्ला भले ही टेस्ट मैच में शतक की बाट जोह रहा है, लेकिन यह दिग्गज इस बात को साबित कर चुका है कि वह बड़े मुकाबलों के क्रिकेटर हैं।
विराट यह साबित कर चुके हैं कि अपने यादगार मुकाबलों में वह उल्लेखनीय प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटते हैं। उन्होंने अपने 50वें, 75वें और कप्तानी के पहले टेस्ट में एक या दो नहीं बल्कि चार शतक जड़े हैं। विराट ने अपना 50वां टेस्ट 2016 में विशाखापत्तनम में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। यहां उन्होंने पहली पारी में 167 और दूसरी पारी में 81 रन बनाए।
विराट ने 75वां टेस्ट 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेला था। यहां भी उन्होंने 123 और 17 रन की पारियां खेलीं। कप्तानी का पहला टेस्ट भी विराट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड में 2014 में खेला था।
विराट कोहली अपने सौवें टेस्ट मैच में 8000 रन बनाने से महज 38 रन दूर हैं। अगर वह इस टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल कर लेते हैं तो दुनिया के 14वें और देश के पांचवें सबसे तेज आठ हजार रन बनाने वाले क्रिकेटर होंगे।