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भाषा विश्वविद्यालय में मनाया गया ‘व्हाइट केन सेफ्टी डे’

लखनऊ। आज ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में ‘व्हाइट केन सेफ्टी डे’ मनाया गया। नेशनल असोसिएशन फॉर ब्लाइंड की उत्तर प्रदेश शाखा के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को अटल हाल में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में असोसिएशन की ओर से आए लगभग 50 दिव्यांग बालक बालिकाओ ने प्रतिभाग किया।

परंपरा अनुसार कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन से किया गया, दीप प्रज्ज्वलन के साथ ही दृष्टिबाधित बच्चों ने गणेश वंदना प्रस्तुत की। प्रो एहतेशाम अहमद (डीन फैकल्टी ऑफ कॉमर्स) द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया।

असोसिएशन की अध्यक्ष डॉ रमा शंकर ने दृष्टिबाधित बच्चों की रोज़ मर्रा की चुनौतियों के बारे में बताया तथा व्हाइट केन सेफ्टी डे के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने सभी से नेत्रदान के महत्व को साझा किया।

कार्यक्रम में दृष्टिबाधित बच्चों ने कविता पाठ, समूह गान एवं शिक्षा के समान अधिकार तथा प्लास्टिक बैन से संबंधित नाटक का मंचन किया। उनके जज़्बे और हुनर ने सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का मन मोह लिया।

एनबीए की उपाध्यक्ष अमिता दुबे ने असोसिएशन के बारे में उपस्थित छात्र छात्राओं को जानकारी दी तथा विश्वविद्यालय को समय समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया।

कार्यक्रम के वक्ता मो परवेज, सीनियर मैनेजर इंडियन बैंक ने इस दिन के महत्त्व के बारे में बताया। डॉ अरुणी शर्मा असोसिएट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग केकेसी कॉलेज ने ‘नैविगेशन टेक्नोलॉजी एंड एडवांसमेंट’ पर व्याख्यान दिया। उन्होंने स्मार्ट प्रौद्योगिकी की उपलब्धता के बारे में चर्चा की जो दृष्टिबाधित व्यक्तियों की गतिशीलता में सुधार करती है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एन बी सिंह ने कहा कि नेशनल असोसिएशन फॉर ब्लाइंड से आए बच्चे किसी से कम नहीं है, बल्कि दिव्य अंगों से युक्त है। उन्होंने दृष्टिबाधित बच्चों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि पंखों से नहीं बल्कि हौसलो से उड़ान होती है।

कार्यक्रम संयोजक डॉ मुशीर अहमद ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों के साथ प्रेरक कहानियां साझा की और उन्हें बताया कि कैसे कठिनाइयों का डटकर सामना करने से मंज़िल हासिल होती है। उन्होंने दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के लिए भी प्रेरित किया।

कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय कुलपति द्वारा विद्यार्थियों को वाईट केन वितरित किए गए जिसके पश्चात नेशनल असोसिएशन फॉर ब्लाइंड तथा विश्वविद्यालय की ओर से जागरूकता मार्च निकाला गया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ दोआ नकवी, आयोजन सचिव, द्वारा किया गया एवं श्री राघवेंद्र सिंह ने कार्यक्रम के संयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही व्यवसाय प्रबंधन विभाग के विद्यार्थी शानदार, मोहम्मद, फराजिश फ़ातिमा, तूबा, हर्षिता, सुंबुल, बिलाल, कायनात, मोमिन आलौकिक, अब्दुल्लाह, आकाश और विशाल ने कार्यक्रम के संयोजक एवं दृष्टिबाधित विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में कई शिक्षक तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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