लखनऊ। राज्यपाल आनन्दी बेन ने कहा कि शहर को साफ सुथरा रखना एक दायित्व है, जिसे हमारे सेवाधर्मी स्वच्छता कर्मी पूरा करते हैं। कोरोना काल में जब हर कोई घर से बाहर निकलने में महसूस कर रहा था, उस समय सफाई कर्मियों द्वारा जान जोखिम में डालकर सफाई करना प्रेरणादायक है। उन्होंने स्वच्छता कर्मियों को स्वच्छता सेवाधर्मी योद्धा बताते हुए उनके कार्य को अभिनन्दनीय बताया और बधाई दी।
आनंदीबेन पटेल ने राजभवन से ऑनलाइन जुड़कर नगर निगम, लखनऊ द्वारा सेवा संकल्प दिवस के अवसर पर आयोजित “सेवाकुम्भ” समारोह को बतौर अध्यक्ष सम्बोधित किया। नगर निगम द्वारा झूलेलाल पार्क में यह आयोजन स्वच्छता कर्मियों एवं उनके परिवार के सदस्यों के अभिनंदन तथा उनके लिए विविध हितकारी योजनाओं के शुभारम्भ हेतु किया गया। राज्यपाल ने शहर वासियों के लिए शुद्ध पेयजल की उपलब्धता पर भी जोर दिया। कहा कि नगर के महापौर का दायित्व है कि शहर के निवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराएं।
गोमती नदी में जल की सफाई के लिए जो ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए हैं वे काम कर रहे हैं या नहीं इसे आकस्मिक निरीक्षण कर प्रायः चेक किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने सम्बोधन में नगर निगम द्वारा पूर्व में आयोजित एक अन्य समारोह का उल्लेख भी किया गया, जिसमें गोमती को स्वच्छ रखने के विविध प्रस्ताव और सुझाव दिए गए थे। उन्होंने कहा कि नदी को स्वच्छ रखने के लिए उन सुझावों पर विचार किया जा सकता है।
इस अवसर पर समारोह मेें नगर निगम के अवकाश प्राप्त सफाई कर्मियों को सम्मानित करने के साथ-साथ उन्हें विविध हितकारी योजनाओं का लाभ भी दिया गया। समारोह में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उपमुख्यमंत्री बृजेशपाठक,महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा विचार व्यक्त किए गए। कार्यक्रम में जनपद लखनऊ के जिलाधिकारी जनप्रतिनिधिगण, तथा सफाई कर्मी उपस्थित थे।