रेलवे ने फेस्टिव सीजन में पैसेंजर्स की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए टिकट रिजर्वेशन के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। जिसके तहत अब पैसेंजर्स सामान्य ट्रेनों की तरह ही Special Trains में भी चार माह पहले से रिजर्वेशन करा सकते हैं।
Special Trains : सुविधा का लाभ उठा सकेंगें
सामान्य ट्रेनों की तरह ही स्पेशल व सुविधा ट्रेनों में भी 120 दिन यानी चार माह पहले से रिजर्वेशन करा सकेंगे। रेलवे बोर्ड ने इसके लिए समस्त जोनल रेलवे को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं। ताकि पैसेंजर अभी से इसका इस सुविधा का लाभ उठा सकें। सिस्टम में होगी फीडिंग रेल टिकट रिजर्वेशन बुकिंग क्लर्क के मुताबिक रेलवे पहले त्योहारों के दौरान चलने वाली सुविधा व स्पेशल ट्रेनों की फीडिंग दो माह स्पेशल पूर्व पीआरएस सिस्टम में करता था। जिसमें कभी-कभी पैसेंजर्स को स्पेशल व सुविधा ट्रेनो की जानकारी न होने पर वह खाली ही चलती हैं। जिससे रेलवे को आर्थिक नुकसान होता है। नए नियम के मुताबिक स्पेशल व सुविधा ट्रेनों की फीडिंग चार माह पूर्व ही पीआरएस सिस्टम में कर दी जाएगी। जिससे पैसेंजर्स को भी सही समय पर ट्रेनों की जानकारी मिल सकेगी।
प्रयोग के तौर पर की गई शुरुआत
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक रेलवे ने यह योजना प्रयोग के तौर पर एक साल के लिए शुरू किया है। इसके सफल होने पर रेलवे नियम को नियमित भी कर सकता है। सोर्सेज के मुताबिक सामान्य ट्रेनों में त्योहारों से तीन से चार महीने पहले ही सभी बर्थ फुल हो जाती हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए स्पेशल व सुविधा ट्रेनें चलाई जाती हैं। लेकिन इन ट्रेनों में भी पैसेंजर्स को आसानी से रिजर्वेशन नहीं मिल पाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए रेलवे ने नियम में बदलाव किया है।
सामान्य ट्रेनों में अक्सर होती है बुकिंग फुल
दशहरा, छठ व दिवाली तक कानपुर से दिल्ली व मुम्बई रूट की ट्रेनों में अभी से सीटें फुल हो चुकी हैं। सोर्सेज के मुताबिक रूटीन ट्रेनों में यात्रियों के साथ टिकट दलाल भी बड़ी संख्या में फर्जी आईडी से बर्थ रिजर्व करा लेते हैं। जिन्हें त्योहारों में महंगे दामों पर बेच देते हैं।
त्योहारों के दौरान पैसेंजर्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए। रेलवे ने यह फैसला लिया है। इससे रेलवे पैसेंजर्स को काफी राहत मिलने की उम्मीद है।