मध्य प्रदेश। विधानसभा चुनाव 2018 में सभी विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग से आरएसएस से रिश्ता रखने वाले सरकारी कर्मचारियों को मतदान और मतगणना की ड्यूटी से बाहर रखने की मांग की है। दरअसल, मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत कल मध्यप्रदेश चुनाव 2018 के मद्देनजर भोपाल में थे। इसी दौरान उन्होंने बीजेपी, कांग्रेस, बसपा, आम आदमी पार्टी और सीपीआई-एम के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
Election duty को लेकर सीपीआई-एम ने रखी बात
सभी दलों से मुलाकात के दौरान राजनैतिक दलों ने निष्पक्ष चुनाव के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत के सामने कई बिंदु रखे। बैठक के दौरान सीपीआई-एम की तरफ से RSS से जुड़े सरकारी कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से बाहर रखे जाने की बात कही।
सीपीआई-एम के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने बैठक के दौरान अपनी बात रखते हुए आशंका जाहिर की कि आरएसएस की शाखाओं में जाने वाले सरकारी कर्मचारी भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रभावित कर सकते हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी के तरह से पहुंचे प्रतिनिधियों ने सीपीआई-एम के राज्य सचिव जसविंदर सिंह की इस मांग का न केवल समर्थन किया, बल्कि भाजपा से जुड़े या भाजपा के प्रति सहानुभूति रखने वाले सरकारी कर्मचारियों को चुनाव प्रक्रिया से पूरी तरह से बाहर करने की मांग की।
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साथ ही आम आदमी पार्टी की तरफ से यह भी मांग की गई कि चुनाव प्रचार थमते ही मीडिया में आने वाले सभी विज्ञापनों पर चुनाव आयोग की तरफ से रोक लगानी चाहिए. जिससे आखिरी समय पर मतदान प्रक्रिया को प्रभावित न किया जा सके।