• विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को टीबी सील बिक्री और क्रय के लिए प्रोत्साहित करें
• एसोसिएशन कार्यालय पर अन्य कब्जादारी का पूर्ण विवरण प्रस्तुत किया जाए
• टीबी मरीजों को गोद लेने के अभियान में पिछड़ रहे जनपदों की सूची बनाएं
लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज यहाँ राजभवन के गांधी सभागार में उत्तर प्रदेश ट्यूबरकुलोसिस एसोसिएशन की वार्षिक सामान्य सभा की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में गत् बैठक की कार्यवाही पुष्टीकरण, कार्यवाही अनुपालन, सम्प्रेक्षित लेखा रिपोर्ट अनुमोदन, बजट अनुमोदन सहित छह मुद्दों पर चर्चा की गई। चर्चा के दौरान राज्यपाल ने एसोएिशशन के पदाधिकारियों और सदस्यों को सक्रियता से कार्य करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि सदस्य अपने उत्तर दायित्वों को समझें और प्रतिबद्धता से कार्य करें।
एसोसिएशन की आय के स्रोतों पर चर्चा करते हुए राज्यपाल जी ने टीबी सील की बिक्री से आय, 80जी के अंतर्गत प्राप्त धनराशि, नए सदस्यों से प्राप्त सदस्यता शुल्क तथा सावधि जमा राशि से प्राप्त ब्याज राशि की जानकारी प्राप्त की। एसोसिएशन में सदस्यों की संख्या बढ़ाने पर जोर देते हुए राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश की विश्वविद्यालयों में कुलपतियों से सम्पर्क करके उन्हें भी नए सदस्यों के रूप में एसोसिएशन में शामिल करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय स्वयं भी टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत विविध प्रकार के कार्यक्रम चला रहे हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को टीबी सील की बिक्री और क्रय करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
बैठक में एसोसिएशन के मानद महासचिव ने एसोसिएशन कार्यालय के तीन चैथाई भाग पर चली आ रही अनाधिकृत कब्जेदारी और मामले को न्यायलय में लम्बित होने के मुद्दे को भी प्रस्तुत किया गया। राज्यपाल ने कब्जेदारी और एसोसिएशन द्वारा कार्यालय भवन खरीद सम्बन्धी समस्त विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। बैठक में क्षय रोग पर जागरूकता और बचाव के व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी चर्चा हुई।
राज्यपाल ने निर्देश दिया कि टीबी मरीजों को गोद लेकर उनके स्वस्थ होने तक पोषण और चिकित्सा सहायता प्रदान करने के अभियान में पिछड़ रहे जनपदों की सूची बनाई जाए और मार्च 2023 से पहले ही उन जनपदों पर विशेष ध्यान देकर प्रोत्साहित किया जाए। राज्यपाल ने एसोसिएशन को हर जनपद में समिति बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसमें सेवाभावी लोगों को जोड़ें, जो स्वयं कार्य करके अच्छे परिणाम दे सकें।
राज्यपाल द्वारा बैठक में विशेष प्रोत्साहित करने पर प्रेरणा लेते हुए एसोसिएशन की बैठक में आए बारह पदाधिकारियों, कर्मचारियों और सदस्यों ने समिति में आर्थिक योगदान की स्वैच्छिक घोषणाएं की। बैठक में स्टेट टीबी अधिकारी, डाॅ शैलेन्द्र भटनागर ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान उप्र के तहत प्रदेश किए गए कार्यों का प्रस्तुतिकरण दिया।
उन्होंने बताया कि राज्यपाल द्वारा प्रदेश में टीबी के रोगियों को गोद लेने की परम्परा, निक्षय दिवस मनाने और हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर से टीबी रोगियों को समस्त चिकित्सा सुविधाएं देने के कार्योें को पूरे देश में अपनाया गया है, जो कि उल्लेखनीय है। बैठक में प्रमुख सविच राज्यपाल कल्पना अवस्थी, एसोसिएशन चेयरमैन आरसी त्रिपाठी वसमिति के अन्य पदाधिकारी, सदस्य तथा सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।