लखनऊ विश्वविद्यालय के M.Sc बायोटेक्नोलॉजी के पहले सेमेस्टर की छात्रा तूलिका सिंह (Tulika Singh) और मानवी अनवानी (Manvi Anwani) को अकादमिक योग्यता, प्रेरणा पत्र, शैक्षणिक वर्षों के दौरान हासिल की गई अतिरिक्त उपलब्धियों और साक्षात्कार के प्रदर्शन के आधार पर बायर फेलोशिप प्रोग्राम-मेधा के लिए चुना गया है।
फेलोशिप की अवधि दो साल की है जो 20 हजार रुपये प्रति माह की दर से सेमेस्टर-वार प्रदान की जाएगी। फेलोशिप के समय पर संवितरण के लिए चयनित छात्रों को नीतियों के अनुसार लगातार अकादमिक रिकॉर्ड बनाए रखने की आवश्यकता होगी।
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लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने दोनों छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है। प्रो पूनम टंडन, अधिष्ठाता छात्रकल्याण ने बताया कि इस प्रकार की फेलोशिप से छात्राओं को उनकी पढ़ाई की आकांक्षाओं और उनके लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलेगी। हमें उम्मीद है कि वे विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रम की अवधि के दौरान नई ऊंचाइयों को छुएंगीं।
बायर का फैलोशिप प्रोग्राम, मेधा, जीवविज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी और फार्मास्युटिकल क्षेत्र जैसे पाठ्यक्रमों का अध्ययन करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और निम्न-आय वर्ग के चुनिंदा छात्र-छात्राओं को पाठ्यक्रम अवधि (वर्तमान मामले में दो वर्ष) के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन दिसंबर 2022 में तथा ऑनलाइन साक्षात्कार जनवरी 2023 में आयोजित किए गए थे।
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